प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे और सांसद कार्ति चिदंबरम पर बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में कार्ति की 11.04 करोड़ की संपत्ति अटैच कर ली। यह कार्रवाई आईएनएक्स मीडिया मामले में हुई है। एक न्यूज एजेंसी के अनुसार ईडी ने कर्नाटक के कूर्ग जिले में 11.04 करोड़ रुपये मूल्य की 4 संपत्तियां कुर्क की हैं, जो आईएनएक्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के मामले में कार्ति पी चिदंबरम और अन्य से संबंधित हैं।
उल्लेखनीय है कि एफआईपीबी की 18 मई 2007 को हुई बोर्ड मीटिंग में आईएनएक्स मीडिया के आईएनएक्स न्यूज प्राइवेट लिमिटेड में निवेश को मंजूरी नहीं दी गई थी। आरोप है कि इसके बाद एफआईपीबी की मंजूरी से छेड़छाड़की गई। आईएनएक्स मीडिया ने आईएनएक्स न्यूज प्राइवेट लिमिटेड में 305 करोड़ का निवेश किया, जबकि इसके लिए एफआईपीबी की मंजूरी नहीं थी। इसके महीनों बाद आयकर विभाग हरकत में आया। एफआईपीबी, जो वित्त मंत्रालय के अधीन है, से इस बारे में जवाब-तलब किया गया। आयकर विभाग ने निवेश के बारे में और एफडीआई को किस आधार पर मंजूरी दी गई, इस बारे में जानकारी मांगी थी।
आयकर विभाग की तरफ से दबाव बढ़ने पर एफपीआईबी ने आईएनएक्स मीडिया से इस बारे में जवाब-तलब किया, जिसके बाद आईएनएक्स मीडिया ने कार्ति चिदंबरम की सेवाएं लीं। सीबीआई का आरोप है कि मामले को सुलझाने के लिए कार्ति चिदंबरम ने तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम के साथ अपने रिश्तों का गलत इस्तेमाल किया। सीबीआई ने दावा किया था कि कार्ति चिदंबरम ने एफआईपीबी के कुछ ब्यूरोक्रैट्स की मदद ली थी। फिलहाल मामला अदालत में विचाराधीन है.
