पूर्वजों के धन का लालच देकर लाखों की ठगी

सांगानेर में एक घर के मुखिया से तंत्र-मंत्र का नाटक कर मोटी रकम ठग ली गई। ठगों ने मुखिया को चिकनी-चुपड़ी बातों से भरमाना शुरू किया। बातें आगे बढ़ी तो ठगों ने कहा कि देवी का आर्शीवाद है आप पर, आपके पूर्वजों ने इस घर में धन छुपाया है, छोटा सा प्रयोग करके देख लें… बाकि आपकी मर्जी। पांच ठगों ने ऐसा मायाजाल बिछाया कि घर का मुखिया उनके काबू में आ गया।

पीड़ित ने घर की छत बनाने को उधार लिए करीब ढाई लाख रुपए ठगों को दे दिए। उसके बाद तांत्रिक क्रियाओं का नाटक शुरू हुआ और रकम लेकर पांचों भाग छूटे। मामला सांगानेर सदर थाने में दर्ज कराया गया है। पुलिस ने बताया कि रामजीलाल नाम के व्यक्ति ने राजेन्द्र, कैलाश, राजकुमार, जूथाराम और धन्नाराम के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पांचों में से तीन राजेन्द्र, कैलाश और राजकुमार उसके जानकार थे। रामजीलाल मूल रूप से करौली के रहने वाले हैं और करौली में कुलदेवी और अन्य देवियों की पूजा करने के लिए अक्सर गांव जाते हैं।

रामजीलाल ने पुलिस को बताया कि पांचों लोग दो से तीन बार घर आए। राजेन्द्र, कैलाश और राजकुमार ने साथ आए जूथाराम और धन्नाराम का महिमा मंडन किया। कहा कि इनमें दैविय शक्तियां हैं। ये माता के मंदिरों के खस पुजारी है और हर विद्या में निपुण हैं। इस बार माता के मंदिर के नाम पर चंदे के 1100 रुपए रामजीलाल ने उनको दे दिए।

कुछ दिन के बाद सभी फिर से घर आए और रामजीलाल को कहा कि तुम्हारे घर में पूर्वजों का धन है। बच्चों को सरकारी नौकरी भी लगने के योग दिख रहे हैं। छोटी सी क्रिया करनी होगी। रामजीलाल बातों में आ गया और तांत्रिक क्रियाओं के नाम पर करीब ढाई लाख रुपए ठगों को दे दिए। उन्होनें घर के चौक में माटी के चार बर्तन रखे और कहा कि ग्यारह दिन पहले हाथ नहीं लगाना। यही माटी सोना उगल देगी। इसमें ही पूर्वजों का धन आ रहा है। ग्यारह दिन बाद हाथ लगाया तो माटी ने माटी ही उगली। गांव जाकर कुलदेवी के मंदिर में पांचों के बारे में पता किया तो पता चला कि पांचों ठग हैं और इसी तरह से ठगी करते हैं। अब आरोपियों के खिलाफ सांगानेर सदर थाने में ठगी समेत कई धाराओं में केस दर्ज कराया गया है।

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