जयपुर में रामप्रसाद मीणा के बाद कानोता इलाके के संजय पांडे की आत्महत्या पर विवाद बढ़ गया है। एसएमएस अस्पताल में मोर्चरी के बाहर शुक्रवार को पांडे के परिजनों ने हंगामा किया। परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक न पोस्टमार्टम कराया जाएगा और न ही शव को लिया जाएगा। मौके पर पुलिस अधिकारियों ने समझाइस का प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने।
मोर्चरी के बाहर मृतक के परिजनों का धरना जारी है। धरने में भाजपा नेता, सांसद किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, शहर अध्यक्ष राघव शर्मा, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत समय कई नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार पर संजय पांडे की आत्महत्या में कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। नेताओं ने एक सुर में संजय पांडे की आत्महत्या का आरोप शब्बीर खान और विधायक रफीक खान पर लगाया है। किरोड़ी मीणा ने कहा कि रफीक खान की गुंडों से परेशान होकर गौ भक्त संजय पांडे ने आत्महत्या कर ली।
संजय पांडे आगरा रोड, अहिंसा नगर का रहने वाला था। वह ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता था। सुसाइड से पहले संजय ने एक ऑडियो रिकॉर्ड कर शब्बीर खान पर धोखा देने और और शब्बीर खान पर विधायक रफीक खान का हाथ होने के चलते उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
