राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज दिल्ली एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में सचिन पायलट के अनशन पर कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि अगला चुनाव कैसे जीता जाए और वे इसमें कैसे योगदान दे सकते हैं। ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहिए, जिससे पार्टी को नुकसान हो। ये बात सभी कांग्रेस नेताओं और विधायकों को समझना चाहिए कि इन सबसे अगर खुद का थोड़ा नुकसान है तो आलाकमान भरपाई कर देगा, लेकिन अगर पार्टी का नुकसान होगा तो उसकी भरपाई कैसे होगी। हमारा उद्देश्य 2030 है, जिसे सफल बनाने के लिए हम जी जान से जुटे हुए हैं। ये समय पार्टी को हर तरह से मजबूत करने का है, न कि उसे कमजोर करने का।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री गहलोत के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में अचानक रातों-रात बदलाव हुआ। गुरुवार को जारी कार्यक्रम में उनकी जयपुर से अजमेर और फिर जयपुर वापसी की सूचना दी गई थी। मगर आज सुबह संशोधित कार्यक्रम जारी हुआ, जिसमें उनके अजमेर से जयपुर वापसी के बजाय दिल्ली रवानगी की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री के अचानक दिल्ली जाने को लेकर कई कयास उठ रहे हैं। नए कार्यक्रम में हालांकि मुख्यमंत्री के दिल्ली में स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होने की जानकारी दी गई है, लेकिन ये नहीं बताया गया है कि वे दिल्ली से वापस जयपुर कब लौटेंगे? ऐसे में माना जा रहा है कि वे दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस में गरमाये सचिन पायलट प्रकरण को लेकर शीर्ष नेताओं से मुलाक़ात कर सकते हैं।
गहलोत सरकार की कार्यशैली से नाराज़ पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट अपने अनशन के बाद दिल्ली जाकर शीर्ष नेताओं से मुलाक़ात कर चुके हैं। अब गहलोत के दिल्ली जाने की खबर से कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
