टोंक जिले के मालपुरा कस्बे में पुरानी तहसील इलाके में रविवार को दो समुदायों में हुई झड़प को लेकर पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया है। जिला कलेक्टर और एसपी ने इस मामले को साम्प्रदायिक दंगा नहीं बताया है। कस्बे मे फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं। धारा 144 लगा दी गई है। पुलिस ने बताया कि घटना में घायल आरएसी के जवान और एक शख्स को गंभीर स्थिति में जयपुर रेफर किया गया है। लोगों का आरोप है कि पथराव कर समुदाय विशेष के लोग तलवारों के साथ घरों में घुसे और मारपीट कर लूटपाट की।
टोंक जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल, एसपी राजर्षि राज वर्मा, अजमेर रेंज आईजी रूपेंद्र सिंह, तथा संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा इलाके में कैंप किए हुए हैं। जिला कलेक्टर ने कहा सभी अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि मालपुरा में तेज रफ्तार से बाइक चलाने पर एक समुदाय के युवकों को टोके जाने पर विवाद शुरू हुआ था। जानकारी के अनुसार आरोपी युवक बाइकों से बार-बार तेज रफ्तार में चक्कर काट रहे थे। दूसरे समुदाय के लोगों ने अपने घरों के बाहर बच्चे होने के कारण उन युवकों को टोका, तो आरोपी युवक बोले कि हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। एक व्यक्ति ने तेज बाइक चलाने और टक्कर लग जाने की आशंका जताते हुए युवक को पकड़कर डांट दिया। उस समय तो आरोपी युवक मौके से चले गए, लेकिन कुछ ही देर बाद लाठी-डंडों से लैस होकर आए और उस व्यक्ति और उसके परिवारजनों पर घर में घुसकर हमला कर दिया। इससे आक्रोशित मोहल्ले के लोगों ने भागते आरोपियों पर पत्थर फेंके। इसके बाद दोनों ओर से पत्थरबाजी शुरू हो गई। दूसरे समुदाय के लोगों ने भारी पथराव कर दिया, जिसमें दो पुलिसकर्मियों सहित 12 लोग घायल हो गए।
