माफिया डॉन अतीक के प्रयागराज स्थित दफ्तर में मिले खून को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। एफएसएल रिपोर्ट में इसे इंसान का ही खून बताया गया है। मामले में पुलिस ने कुछ ड्रग एडिक्ट्स को उठाया है। बताया जा रहा है कि ये लोग अतीक के दफ्तर में सरिया चोरी करने और खाने-पीने जाते थे।
24 अप्रैल को अतीक अहमद के दफ्तर में खून के धब्बे, टूटी चूड़ियां, खून से सने महिला के कपड़े व खून से सना चाकू भी मिला था। इसके अगले दिन मंगलवार को अतीक के खंडहर बन चुके कार्यालय से दुर्गंध आने की खबरें आईं। लोगों को आशंका थी कि यहां कोई लाश हो सकती है। पुलिस वहां जांच के लिए पहुंची। जांच के बाद पुलिस ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया था। फिलहाल मिले खून के धब्बों की पुष्टि इंसानी खून के रूप में हुई है. लेकिन, यह खून किसका पुलिस इसकी जांच कर रही है।
अतीक के चकिया स्थित इस दफ्तर पर 2017 में बुलडोजर चला था। इसके बाद से दफ्तर खंडहर पड़ा है। यहीं से अतीक अपने गैंग को चला रहा था। उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने इसी दफ्तर में छापेमारी की थी। इस दौरान यहां से 72 लाख रुपये कैश और असलहे बरामद हुए थे।
अतीक और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों को पुलिस प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल मेडिकल करवाने ले गई थी कि तभी वहां मीडियाकर्मी बनकर तीन शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थीं। अतीक और उसका भाई मौके पर ढेर हो गए। दोनों ही फरवरी में हुए उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी थे। इसके अलावा, यूपी एसटीएफ ने अतीक के बेटे असद को झांसी में एक अन्य सहयोगी गुलाम के साथ ढेर कर दिया था। अब पुलिस को अतीक की पत्नी शाइस्ता और बमबाज गुड्डू मुस्लिम की तलाश है।
