टीपू सुल्तान के क्रूर पक्ष को दिखाने वाली फिल्म बनाने की घोषणा की गई है। यह फिल्म मैसूर के राजा का एक अलग पक्ष पेश करेगी। अभी टीपू सुल्तान को पहले स्वतंत्रता सेनानी, सक्षम प्रशासक और भारत को रॉकेटरी से परिचित कराने वाले व्यक्ति के रूप में पहचाने जाता है, लेकिन पिछले कुछ सालों से कर्नाटक में भाजपा ने टीपू को राजनीतिक मुद्दा बनाया हुआ है, जिसे फिल्म में उजागर करने का प्रयास किया जाएगा।
भाजपा के उत्तर-पूर्व रणनीतिकार, मणिपुर के मुख्यमंत्री के सलाहकार और जाने-माने लेखक व टीवी कमेंटेटर रजत सेठी ने फिल्म के लिए रिसर्च की है। फिल्म के निर्देशक पवन शर्मा ने कहा, हमें स्कूल में टीपू सुल्तान के बारे में जो पढ़ाया जाता है, लेकिन वह अपनी फिल्म के माध्यम से क्रूर वास्तविकता दिखाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने दावा किया कि टीपू सुल्तान की इस्लामी कट्टरता उनके पिता हैदर अली खान की तुलना में बहुत खराब थी। वह उस युग के हिटलर थे। फिल्म निर्माता संदीप सिंह, जो पीएम नरेंद्र मोदी, स्वतंत्र वीर सावरकर, अटल तथी बाल शिवाजी आदि फिल्मों के निर्माण में शामिल रहे हैं, कहा कि वह इस फिल्म के जरिए आने वाली पीढ़ी को टीपू सुल्तान के नकारात्मक पक्ष को सामने लाना चाहता हूं। यह फिल्म हिंदी, कन्नड़, तमिल तेलुगु और मलयालम में रिलीज होगी।
