उत्तराखंड हाई कोर्ट में एक हिंदू लड़की ने याचिका दाखिल कर नमाज पढ़ने की इजाजत मांगी है। कोर्ट ने लड़की की याचिका को स्वीकार कर लिया है। इसमें नमाज पढ़ने के दौरान स्थानीय पुलिस को उसे सुरक्षा देने की मांग की गई है। हिंदू लड़की से नमाज पढ़ने की मांग पर जज ने जब कारण जानना चाहा तो लड़की ने बेहद साफगोई से अपनी बात कही। वह उसी मुस्लिम लड़के के साथ नमाज पढना चाहती है, जिसपर उसने 6 महीने पहले रेप का आरोप लगाया था।
मध्य प्रदेश की रहने वाली भावना नाम की इस लड़की ने याचिका दाखिल कर हरिद्वार के मशहूर दरगाह कलियर शरीफ में नमाज पढ़ने की अनुमति मांगी है। मामले में वरिष्ठ न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी और न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित की खंडपीठ में सुनवाई हुई। कोर्ट ने लड़की को सुरक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस मामले की अगली सुनवाई 22 मई को होगी।
22 वर्षीय भावना हरिद्वार स्थित सिडकुल में एक निजी कंपनी में काम करती है। उसने अपनी याचिका में कहा कि उसका नमाज पढ़ने का मन करता है और वो अपने सहकर्मी के साथ कलियर शरीफ में नमाज पढ़ना चाहती है। भावना के दफ्तर में फरमान (35 साल) नामक एक मुस्लिम युवक नौकरी करता है। वो उसी के साथ वो कलियर शरीफ में नमाज पढ़ना चाहती है। लेकिन जब वो नमाज पढ़ने के लिए कलियर शरीफ जाती है तो वहां कुछ संगठन उसके हिंदू होने के कारण विरोध करते हैं। ऐसे में लड़की ने हाईकोर्ट से सुरक्षा की मांग की है। नमाज पढ़ने को लड़की ने अपनी धार्मिक स्वतंत्रता का मामला बताया है। सुनवाई के दौरान जब जज ने इसका कारण पूछा तो उसने कहा कि वह इससे (मुस्लिम सहकर्मी) प्रभावित है, इसलिए वहां नमाज पढ़ना चाहती है। भावना ने कोर्ट को बताया कि उसने शादी नहीं की है और न ही वह अपना धर्म बदलना चाहती है। वह हिंदू धर्म की अनुयायी है और बिना किसी डर, आर्थिक लाभ, भय या दबाव के कलियर में इबादत करना चाहती है।
लड़की की बात सुनने के बाद जज ने पुलिस को सुरक्षा देने के आदेश दिए। अदालत ने कहा कि जब वह नमाज पढ़ने जाए तो उससे पहले वह एक प्रार्थना पत्र संबंधित थाने के इंचार्ज को दे। एसएचओ उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराएं।
