कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 38 सालों की परंपरा इस बार भी कायम रही है। राज्य में मतदाताओं ने मौजूदा सरकार को पुन: मौका नहीं किया। राज्य में अभी भाजपा की सरकार थी लेकिन मतदाताओं ने कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत दिया है। 1985 के बाद कोई सरकार रिपीट नहीं हुई है। कांग्रेस को 136 सीटों पर विजय हासिल हुई है। बहुमत का आंकड़ा 113 है। 64 सीटें जीतने के बाद बीजेपी ने कर्नाटक चुनाव में हार मान ली है। जेडीएस के हिस्से में 17 सीटें आई हैं। अन्य के खाते में 4 सीटें गई हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए जहां संजीवनी से कम नहीं है। यह जीत कांग्रेस में नई जान डालने का काम करेगी। वहीं, बीजेपी के लिए चुनाव में हार किसी सदमे से कम नहीं है।
कांग्रेस के सभी नवनिर्वाचित विधायकों से आज ही बेंगलुरु पहुंचने के लिए कहा गया है, ताकि सरकार की गठन की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा सके। विधायकों के आने के बाद कांग्रेस सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू करेगी। कांग्रेस आलाकमान विधायक दल नेता के चयन के लिए पर्यवेक्षक भेजेगा।
