राजस्थान कांग्रेस में मची हलचल के बीच आज अजमेर में पार्टी कार्यकर्ताओं में जूतम-पैजार हो गई। मुख्यमंत्री गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम पायलट समर्थकों के बीच हाथापायी की ये घटना एक मंत्री के सामने हुई। पहले एक पक्ष के कार्यकर्ताओं ने मंत्री का विरोध करते हुए मुर्दाबाद के नारे में लगाए। फिर दूसरा पक्ष मंत्री के बचाव में आ गया। बवाल इतना बढ़ा कि पुलिस को स्थिति संभालनी पड़ी और मंत्री को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
राजस्थान कांग्रेस की सह प्रभारी और अजमेर जिले की प्रभारी अमृता धवन को एक बैठक के सिलसिले में अजमेर पहुंचना था। ये बैठक सरकार की योजनाओं और संगठन का फीडबैक लेने के लिए बुलाई गई थी। धवन से पहले गहलोत सरकार में आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ पहुंच गए। उनके पहुंचने की खबर जैसे ही कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लगी, वे उनके सामने पहुंच गए और उनकी मौजूदगी का विरोध किया।
इसपर राठौड़ समर्थक विरोधी पक्ष के खिलाफ खडे हो गए। दोनों पक्षों में टकराव बढ़ता देखकर पुलिस ने धर्मेंद्र राठौड़ को सुरक्षा देते हुए वहां से बाहर निकाल लिया। उनके जाते ही कुछ कार्यकर्ता आपस में ही उलझ गए। देखते ही देखते उनके बीच लात-घुसे चलने लगे। पूरे घटनाक्रम के कुछ वीडियो फुटेज भी सामने आये हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। सोशल मीडिया में इसे गहलोत-पायलट गुट के बीच टकराव बताकर प्रचारित किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने आरटीडीसी चेयरमेन के खिलाफ ‘मुर्दाबाद-मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। कार्यकर्ताओं का कहना था कि अजमेर में बुलाई गई बैठक शहर कांग्रेस से संबंधित है, जिसमें मंत्री धर्मेंद्र राठौड़ की कोई भूमिका नहीं है। इसी बात को लेकर कार्यकर्ताओं के एक गुट का गुस्सा फुट पड़ा।
