नई दिल्ली से अजमेर जा रही वंदे भारत ट्रेन एक्सप्रेस ट्रेन शुक्रवार रात दौसा में हादसे का शिकार हो गई। बांदीकुई जंक्शन के पास गादरवाड़ा के समीप एक सांड ट्रेन से टकरा गया। हादसा कोलवा और अरनिया स्टेशनों के बीच हुआ। सांड के टकराने से वंदे भारत का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इंजीनियरों ने अजमेर में रात भर ट्रेन को ठीक किया। फिर शनिवार सुबह ट्रेन का संचालन हो सका।
बताया जा रहा है कि ट्रेन और सांड टक्कर इतनी तेज थी कि ट्रेन के एयर ब्रेक सहित इंजन के की कई मशीनरी क्षतिग्रस्त हो गई। ट्रेन चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोकी। हालांकि, ट्रेन के यात्री सुरक्षित रहे। केवल ट्रेन का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। घटना के बाद ट्रेन करीब 15 मिनट तक मौके पर ही खड़ी रही। उसके बाद उसे अजमेर के लिए रवाना किया गया।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली-अजमेर रेल मार्ग पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पहली बार क्षतिग्रस्त हुई है। इससे पहले हल्की-फुल्की कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन ट्रेन का इंजन डैमेज नहीं हुआ। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि इंजीनियरों ने रात भर में मरम्मत कार्य पूरा किया। उसके बाद शनिवार सुबह ट्रेन का फिर से संचालन शुरू किया गया।
इससे पहले 18 अप्रैल को अलवर में ऐसी ही घटना हुई थी, जब अरावली विहार थाना क्षेत्र में काली मोरी फाटक के पास वंदेभारत ट्रेन से गाय के टकरा गई थी। ट्रेन से टकराकर गाय 30 मीटर दूर खड़े एक बुजुर्ग पर गिर गई। हादसे में बुजुर्ग की मौत हो गई थी। उस समय एक अन्य व्यक्ति भी पास में खड़ा था, लेकिन वो बाल-बाल बच गया। हादसे में गाय भी मर गई। मृतक की पहचान क्षेत्र के शिवदयाल शर्मा के रुप में की गई जो रेलवे का सेवानिवृत्त कर्मचारी था। राजस्थान की वंदे भारत ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अप्रैल को वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। उस दिन ट्रायल के दौरान इस ट्रेन को दौसा और बांदीकुई में रोका गया था। बाद में दौसा को नियमित ठहराव नहीं दिया गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन राजस्थान के अजमेर, जयपुर, और अलवर में ही ठहराव करती है। गत 13 अप्रैल से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नियमित रूप से संचालित हो रही है।
