राजस्थान कांग्रेस की कलह एक बार फिर से सामने आ गई। जयपुर के एक कार्यक्रम में सचिन पायलट पहुंचे तो वहां न सिर्फ पायलट को सीएम बनाने के नारे लगे, बल्कि खुद उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर नाम लेकर और बिना नाम लिए जमकर निशाना साधा। पायलट ने कहा, दुर्भाग्य से कुछ लोग राजनीति में कुर्सी से चिपके रहते हैं। ऐसे लोग खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। ठीक से काम नहीं कर पाते और अपने लोगों को साथ लेकर नहीं चल पाते।
शहर में महारानी कॉलेज के वार्षिक उत्सव में भाग लेने के बाद पायलट ने मीडिया से बातचीत में बिना नाम लिए गहलोत पर तंज कसते हुए कहा, मैं राजनीति में काफी उम्र में आ गया था। मेरा 20-22 साल का अनुभव है। अगर मैं अपना अनुभव शेयर नहीं करुंगा, लोगों को मौका नहीं दूंगा तथा उनका हाथ पकड़ कर आगे नहीं बढाउंगा तो फिर मेरा राजनीति में जल्दी आने का क्या फायदा?
पूर्व डिप्टी सीएम पायलट यहीं नहीं रुके। एक और धमाका करते हुए उन्होंने कहा, पार्टी आलाकमान वैभव गहलोत को लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं देना चाहता था। वह बहुत ज्यादा इसके पक्ष में नहीं था। पर चूंकि जोधपुर से सिंगल नाम आया था औऱ पिता सिटिंग चीफ मिनिस्टर हैं, ऐसे में उस वक्त मैंने वैभव की पैरवी की। मैंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कहा कि वैभव ने मेरी कार्यकारिणी में काम किया है, एक मौका मिलना चाहिए। उनको पहले कई बार टिकट नहीं मिला था।
पायलट ने कहा- ‘मैं नहीं चाहता था कि मेरे अध्यक्ष रहते हुए अशोक जी, क्योंकि नए-नए मुख्यमंत्री बने थे, उनके मनोबल को ठेस नहीं पहुंचे। इसलिए मैंने सीईसी (सेंट्रल इलेक्शन कमेटी) और ऊपर तक पैरवी की। मैंने सीईसी में भी कहा कि वैभव को टिकट मिलना चाहिए। टिकट मिला और हम चुनाव नहीं जीत सके। काफी मार्जिन से चुनाव हारे। मध्यप्रदेश में भी टिकट दिया था, लेकिन वहां कमलनाथ जी के बेटे चुनाव जीते।
इससे पहले 9 मार्च को एक कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने कहा था कि यूपीए के दूसरे टर्म में मैंने पार्टी से सचिन पायलट को केंद्रीय मंत्री बनाने की सिफारिश की थी। अगले दिन पायलट ने फोन करके मंत्री बनवाने में सहयोग का आग्रह किया, तो उन्होंने कहा कि मैं पहले ही हाईकमान को आपका नाम दे चुका हूं। उस समय यह बात किसी को नहीं बताई थी।
पायलट ने कहा कि कांग्रेस की सरकारें भी रिपीट होती हैं। दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में कांग्रेस की सरकार पहले रिपीट हो चुकी हैं। ऐसे में इस बार राजस्थान का ट्रेंड भी बदलेगा। लगातार दूसरी बार राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि वक्त आ गया है, 25 से 26 साल के इस ट्रेंड को अब बदलना होगा। यह बदलाव राजस्थान में इस बार होगा।
पायलट ने कहा 20 साल में राजनीति काफी बदल गई है। अब युवाओं की उम्मीदें बढ़ गईं हैं। अगर नौजवानों को पार्टी में साथ लेकर आगे नहीं बढ़ेंगे और नई परिपाटी से काम नहीं करके, उसी पुराने ढर्रे से काम करेंगे तो जनता का भरोसा नहीं जीत पाएंगे। जनता रिजेक्ट कर देगी। वक्त की दरकार के मुताबिक बदलाव जरुरी है।
