राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम (आरजीएचएस) के दायरे में आ रहे राज्य कर्मचारी, जो अपना या परिवार के आश्रित सदस्यों का इलाज दिल्ली या जोधपुर एम्स में करवाते हैं, उन्हें रिम्बर्समेंट की सुविधा मिल सकेगी। वर्तमान में इन दोनों अस्पताल में आरजीएचएस वालों को कैशलेस इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है। इसे देखते हुए सरकार ने यह आदेश जारी किए हैं।
सरकार ने केन्द्र सरकार की सीजीएचएस की तर्ज पर आरजीएचएस राज्य कर्मचारियों के लिए लागू की है। इसमें राज्य कर्मचारियों को प्रदेश के अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी में इलाज करवाने पर कैशलेस का लाभ मिलता है। मगर दिल्ली एम्स और जोधपुर एम्स में आरजीएचएस के लाभार्थियों को ओपीडी या आईपीडी का फायदा नहीं मिल रहा। इसे देखते हुए सरकार ने आरजीएचएस लाभार्थियों को इन अस्पतालों में आईपीडी में इलाज लेने वालों को सम्पूर्ण खर्च राशि के भुगतान का विकल्प दिया है।
अगर कोई लाभार्थी ओपीडी में दिखाता है और डॉक्टर उसे दवाइयां लिखता है तो वह लाभार्थी उन दवाईयों को सभी सहकारी उपभोक्ता भंडार और आरजीएचएस में एनपैनल प्राइवेट मेडिकल स्टोर से ले सकेगा। ये दवाईयां उन्हें वैसे ही मिलेगी जैसे आरजीएचएस के तहत कैशलेस दवाईयां मिलती है।
जो लाभार्थी एम्स में भर्ती रहकर इलाज करवाता है, उसे खर्च किए गए पैसे का रिम्बर्समेंट किया जाएगा। इसके लिए लाभार्थी को अपने एसएसओ आईडी के जरिए आरजीएचएस पोर्टल के रिम्बर्समेंट के ऑप्शन में जाकर एप्लाई करना होगा। इसमें आईपीडी के अलावा डे-केयर उपचार में होने वाले खर्च की राशि को भी रिम्बर्समेंट किया जाएगा।
