
ताजमहल में जलाभिषेक की जिद पर अड़े अयोध्या के छावनी तपस्वी अखाड़े के जगद्गुरु परमहंसाचार्य को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। परमहंसाचार्य ने एक वीडियो जारी कहा, एएसआई चीफ के बुलाने पर वह यहां आए थे, लेकिन प्रशासन ने मुझे बीच में रोक दिया। चार घंटे घुमाने के बाद कीठम झील गेस्ट हाउस में रखा गया है।
उन्होंने कहा कि मुझे अनुमति इसलिए नहीं दी गई, क्योंकि मैं भगवा पहने हूं। वहां इन लोगों का कहना था कि सिर्फ टोपी लगाने वाले ही जा सकते हैं। बाकी लोगों को अनुमति नहीं दी जाएगी। लिहाजा, अन्न जल का त्याग कर दिया है। या तो मुझे अनुमति देंगे, नहीं तो हमारा आमरण अनशन जारी है।
इससे पहले पुलिस ने उनको हिंदूवादी नेता रवि दुबे की गाड़ी में ताजमहल ले जाने के लिए बैठाया। रास्ते में कैलाश महादेव मंदिर के महंत निर्मल गिरी समेत कई संतों ने घेरा तो उन्हें भी गाड़ी में बैठाया गया। एडीएम प्रोटोकॉल ने प्रतापपुरा पर रवि दुबे को गाड़ी से उतार दिया और परमहंसाचार्य को लेकर चले गए। अब संतों का कहना है कि पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर कहां ले गई, ये नहीं पता। इससे पहले पुलिस और परमहंसाचार्य के बीच जमकर गहमागहमी भी हुई।
परमहंसाचार्य को होटल से ताजमहल जाते समय एडीएमऔर एएसपीराजीव कुमार ने रोका और उनकी गाड़ी की तलाशी ली। परमहंसाचार्य ने इसे भगवा का अपमान बताया। इस पर अधिकारियों ने हाथ जोड़कर उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन वे किसी कीमत पर पुलिस के साथ ताजमहल के अंदर जाने को तैयार नहीं हुए।
इससे पहले भी परमहंसाचार्य ने भगवा कपड़ों की वजह से ताजमहल में प्रवेश नहीं दिए जाने का आरोप लगाया था। जगद्गुरु ने कहा कि लोगों को ताजमहल का गलत इतिहास बताया गया है। इसके बाद आगरा में हिंदू संगठनों ने हंगामा किया था और कई लोग साधु बनकर ताजमहल पहुंचे थे।अब परमहंसाचार्य ने 5 मई को ताजमहल पर धर्म संसद का आह्वान किया है। इसके चलते प्रशासन अलर्ट है। वही, एसएसपीसुधीर कुमार से लेकर तमाम अधिकारी ईद के चलते भी सतर्कता बरत रहे हैं। सीआईएसएफको भी तैनात किया गया है। परमहंसाचार्य ने सोमवार को अयोध्या में एक अज्ञात मौलाना के खिलाफ आतंकवाद फैलाने की तहरीर दी है। उनके ऐलान के बाद उन्हें ऐसा लगा कि कहीं पुलिस उन्हें नजरबंद न कर दें, तो वे बीती रात गुपचुप आगरा आ गए और ताजमहल जाने की बात कही। उनके इस ऐलान के बाद पुलिस ने ताजमहल के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी है।