नींबू-प्याज के बाद अब टमाटर के दाम आसमान छूने लगे हैं। टमाटर की कीमतों में एक महीने के अंदर काफी अधिक बदलाव आया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार शिलॉन्ग, पोर्ट ब्लेयर समेत कई शहरों में टमाटर के दाम 100 के पार चले गए हैं। टमाटर के प्रमुख उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र के कई शहरों में भी खुदरा भाव 50-100 रुपये किलो के बीच चल रहे हैं।
एक महीने में बढ़े टमाटर के दामों पर एक नजर डालें तो 1 मई को इसकी औसत खुदरा कीमत 29.5 रुपये थी, जो 1 जून को बढ़कर 52.30 रुपये पर पहुंच गई है। मतलब, एक महीने में औसत दामों में 77 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई।
इससे पहले नींबू और प्याज के दामों में उछाल काफी चर्चा में रहा था। सरकार ने अब टमाटर के साथ ही महंगे होते प्रोडक्टस के दामों पर काबू नहीं पाया तो आगामी विधानसभा चुनावों में ये मोदी सरकार के लिए नई मुसीबतों पैदा कर सकता है। प्याज समेत सब्जियों के दामों में उछाल का असर ऐसा होता है कि सत्ता तक पलट जाती है। भाजपा ने भी वर्ष 2014 के आम चुनावों में महंगाई को बड़ा मुद्दा बनाया था। अब यही मुद्दा मोदी सरकार को बड़ा झटका दे सकता है।
