
नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया औऱ राहुल गांधी पर कसते शिकंजे के बीच आज कांग्रेस ने देशभर में अपनी ताकत दिखाई। महंगाई, जीएसटी और केंद्र सरकार की नीतियों के बहाने पार्टी ने सुबह से ही संसद से सड़क तक विरोध प्रदर्शन किया।
इस बार कांग्रेस की अलग ही रणनीति दिखी। सबसे पहले सोनिया ने कांग्रेसी सांसदों के साथ संसद में काले कपड़े पहनकर जमकर नारेबाजी की। उसके बाद राहुल संसद से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालने के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और हिरासत में ले लिया। इसके बाद पार्टी मुख्यालय में मौजूद प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभाला। वे पार्टी सांसदों के साथ पीएम आवास घेरने के लिए निकलीं, लेकिन यहां भी पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। नतीजन, वे सड़क पर ही घरने पर बैठ गईं। पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में ले लिया। उनके साथ अजय माकन, सचिन पायलट, हरीश रावत, अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं को हिरासत में ले लिया गया।
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन की हलचल विभिन्न प्रदेशों में भी देखने को मिली। राजस्थान के कई शहरों में कांग्रेसियों ने बारिश के बावजूद जोरदार प्रदर्शन किया। इधर, पटना में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने राजभवन मार्च निकाला। मार्च कुछ दूर ही निकला था कि पुलिस ने कर उसे रोक दिया। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। कार्यकर्ता सड़क पर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा को हिरासत में ले लिया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस गाड़ी को घेर लिया और विरोध करने लगे।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी कांग्रेस ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेशभर के जिलों से आए जिला स्तर के नेताओं के अलावा प्रदेश कांग्रेस के तमाम नेता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। अंबेडकर चौक में धरना देने के बाद प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम समेत कुछ कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल राज भवन पहुंचा और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
इससे पहले, सुबह राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, क्या आप तानाशाही का मजा ले रहे हैं, यहां रोज लोकतंत्र की हत्या हो रही है। इस सरकार ने 8 साल में लोकतंत्र को बर्बाद कर दिया। मीडिया से बात करने के दौरान राहुल अपने बाजू पर काली पट्टी बांधे थे।