ओडिशा में रूस के सांसद सहित दो नागरिकों की मौत के बाद अब एक और रूसी नागरिक लापता हो गया है। ओडिशा पुलिस मामले की जांच में जुटी है, लेकिन उसकी जांच पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में पुलिस अब इंटरपोल की मदद लेने की योजना बना रही है।
मिली जानकारी के अनुसार रूसी सांसद पावेल और एक अन्य रूसी नागरिक की मौत के बाद शुक्रवार को ओडिशा के रेलवे स्टेशन पर एक अन्य रूसी नागरिक को हाथों में पोस्टर लिए मदद मांगते देखा गया। उसने पोस्टर पर लिखा था- वह रूसी शरणार्थी है, वह पुतिन के खिलाफ है। पुलिस के पहुंचने से पहले वह रूसी नागरिक लापता हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कोई पता नहीं चल सका है। लापता रूसी नागरिक के बारे में बताया गया कि वह रूस-यूक्रेन युद्ध के खिलाफ था। उसके हाथों में जो तख्ती थी, उसपर लिखा था कि पुतिन को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को रोक देना चाहिए। करीब 60 वर्षीय रूसी नागरिक ने पोस्टर में लिखा था, मैं एक रूसी शरणार्थी हूं और बेघर हूं। मैं यूक्रेन युद्ध और पुतिन के खिलाफ हूं। कृपया मेरी मदद करें। यात्रियों ने उसे भुवेश्वर रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफार्म पर देखा, लेकिन जब तक पुलिस पहुंचती वह वहां से गायब हो गया।
ओडिशा क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को कहा कि वह रायगड़ा जिले में सांसद और पुतिन आलोचक एंटोव पावेल सहित दो रूसियों की मौत की जांच में इंटरपोल से मदद मांगने की योजना बना रही है। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने कहा कि वे समन्वय के लिए केस को सीबीआई को स्थानांतरित करेंगे, जो भारत में इंटरपोल के राष्ट्रीय ब्यूरो के रूप में कार्य करती है। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने कहा कि हम सभी संभावित एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं और रूस में पावेल के परिचितों के बारे में कुछ विवरणों को सत्यापित करने के लिए इंटरपोल से संपर्क करना है।
इस बीच, भुवनेश्वर रेलवे पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक जयदेव बिस्वजीत ने कहा, कुछ यात्रियों ने रेलवे स्टेशन पर रूसी व्यक्ति की तस्वीरें लीं। हमारे पास उसकी तस्वीरें हैं और हम उसका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। बिस्वजीत ने कहा, मैंने उसके बारे में पूछताछ की थी। जब वह कुछ समय पहले इसी तरह की तख्ती लिए हुए प्लेटफॉर्म पर घूम रहा था। मैंने उसके पासपोर्ट और वीजा की जांच भी की थी, जो कि वैध थे। फिलहाल हम उसका पता लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
