जयपुर की राजस्थान यूनिवर्सिटी में 3 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्र नेता हरफूल चौधरी ने जमीन समाधि ले ली है। गुरुवार को हरफूल अपने समर्थकों के साथ यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन कर रहे थे। यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा छात्रों की मांग पर कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला पाया तो नाराज होकर हरफूल सेंट्रल लाइब्रेरी के बाहर जमीन समाधि में बैठ गए। हरफूल ने कहा कि जब तक उनकी तीन सूत्री मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, उनका विरोध जारी रहेगा।
हरफूल चौधरी ने कहा कि राजस्थान की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी में 2 महीने पहले सेंट्रल लाइब्रेरी का उद्घाटन कर चुके हैं, लेकिन अब तक आम छात्रों के लिए से नहीं खोली गई है। जबकि छात्रों के सेमेस्टर एग्जाम शुरू हो चुके हैं। ऐसे में जल्द से जल्द लाइब्रेरी आम छात्रों के लिए शुरू होनी चाहिए।
हरफूल ने कहा कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने आम छात्रों के पैसों से भ्रष्टाचार किया है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इसके लिए उनके खिलाफ जांच कमेटी का गठन किया जाना चाहिए। हरफूल ने कहा, इससे पहले मैंने यूनिवर्सिटी के शिक्षकों के लिए शांतिप्रिय प्रदर्शन किया था, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा हम डेढ़ सौ छात्रों पर राज्य कार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज करा दिया। अगर यूनिवर्सिटी में ही छात्र अपनी बात को नहीं रख सकेगा, तो फिर आम छात्र अपने अधिकार के लिए कहां बोलेगा। ऐसे में यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा दर्ज मुकदमा वापस लिया जाना चाहिए।
यूनिवर्सिटी के चीफ प्रोटेक्टर हरि पलसानिया ने कहा कि यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए ही लाइब्रेरी बनाई गई है, जहां फिलहाल फर्निशिंग का काम जारी है। जैसे ही काम पूरा होगा लाइब्रेरी वह आम छात्रों के लिए खोल दी जाएगी। पलसानिया ने कहा कि छात्रों पर यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा एफ आई आर दर्ज नहीं करवाई गई है। वह रजिस्ट्रार द्वारा दर्ज करवाई गई है। ऐसे में इस मामले पर मैं कुछ भी नहीं कर पाऊंगा, लेकिन छात्रों के प्रदर्शन का यह तरीका पूरी से गलत है। इससे यूनिवर्सिटी का माहौल बिगड़ता है। इस मामले की पुलिस प्रशासन में शिकायत करूंगा।
