राजस्थान में शूरवीर महाराणा प्रताप की धरती मेवाड़ में भगवा झंडा फहराने पर अगले 2 माह तक रोक लगा दी गई है। प्रदेश की गहलोत सरकार द्वारा उदयपुर में धारा 144 लगने के बाद राजनीतिक पारा चढ़ गया है। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने तालिबान में भगवा फहराने की बात कही है तो कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भाजपा पर हमला किया कि चुनावी साल में भाजपा वोट की फ़सल काटने के लिए दंगे भड़काने की साजिश रच रही है।
खाचरियावास ने कहा, जिसको भगवा फहराना है वो फहराए, जिसको सफ़ेद लहराना है लहराए। भाजपा-कांग्रेस वाले अपने झंडे लगाए, किसी भी झंडा फहराने पर कोई रोक नहीं है। यह झगड़ा भगवा- हरा और सफ़ेद का नहीं है बल्कि वोट का झगड़ा है। क्योंकि करीब 10 महीने बाद राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में भाजपा के पास कोई काम किया हुआ है नहीं और कांग्रेस जीत रही है। इसलिए भाजपा दंगे करवाने के लिए राजनीति कर रही है। यह देखकर ही राज्य सरकार द्वारा धारा 144 लगाई गई है। उन्होंने चेताया कि भाजपा कान खोलकर सुन लें.. यहां दंगे फैलाने की कोशिश की तो उठाके जेल में बंद कर देंगें। जो कानून हाथ में लेगा वो चाहें किसी भी धर्म का हो या फिर भाजपा-कांग्रेस का, उसे उठाके बंद करेंगे।
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, राजस्थान सरकार मंदिर औऱ धार्मिक त्यौहारों के पीछे पड़ी है। इसके पीछे मकसद क्या है वो जाने। पता नहीं किसके दबाव में उन्होंने ऐसा निर्णय लिया है और पता नहीं वह किसको खुश करना चाहते हैं। महाराणा प्रताप ने भगवा पताका पूरे उदयपुर में लगाई थी मुगलों के खिलाफ.. अब अगर पताका हम उदयपुर में नहीं लगाएंगे तो क्या तालिबान में लगाएंगे ? ये एक तालिबानी आदेश है, हमारे त्यौहारों को रोकने का प्रयास है।
राजसमंद से भाजपा सांसद दीया कुमारी ने भी कहा, बैन लगाने का आदेश पूरी तरह से गलत हैं। आदेश पूरी तरह पक्षपातपूर्ण हैं। जब भी हिंदू महोत्सव होता है तो ध्रुवीकरण की कोशिश होती है। उन्होंने कहा, आदेश पर फिर से विचार कर इसे वापस ले लिया जाना चाहिए।
