जयपुर में रामप्रसाद मीणा आत्महत्या प्रकरण को लेकर चल रहा धरना शनिवार को समाप्त हो गया। मीणा के परिजनों और सरकार के बीच हुई वार्ता में सभी मांगों पर सहमति बनी है। इसके बाद परिवारजन रामप्रसाद के अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए बताए जाते हैं। अब पैतृक गांव कोटखावदा में मीणा का अंतिम संस्कार किया जाएगा। धरना स्थल पर प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ परिवारजनों और सांसद किरोड़ी लाल मीणा की वार्ता हुई। इसमें तय हुआ कि रामप्रसाद आत्महत्या प्रकरण की 15 दिन में जांच करने के बाद जितने भी दोषी है, उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कैबिनेट मंत्री महेश जोशी का भी रामप्रसाद ने वीडियो में नाम लिया था। इसकी भी जांच कराई जाएगी। रामप्रसाद के पुत्र को संविदा पर नौकरी के साथ ही परिवार को एक डेयरी बूथ दिया जाएगा। इसके बाद धरना स्थगित कर दिया गया है। परिवारजनों को 50 लाख रुपए की सहायता देने की किरोड़ी पहले ही घोषणा कर चुके हैं। इससे पहले शनिवार को धरना स्थल पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मुलाकात की और अब तक सरकार की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी भी जताई।
बता दें कि राजामल का तालाब में रहने वाले रामप्रसाद ने आत्महत्या कर ली थी। उसने एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें कैबिनेट मंत्री महेश जोशी सहित कुछ लोगों पर उनके मकान का निर्माण नहीं करने देने का आरोप लगाया था। रामप्रसाद के आत्महत्या करने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसपर नाराजगी जताई और निगम प्रशासन को हाथोंहाथ रामप्रसाद के मकान के पास बन रहे होटल को तोड़ने के निर्देश दिए थे।
