देश के शीर्ष पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को जेल भिजवाने पर अड़ गए हैं। उन्हें इससे कम कुछ भी मंजूर नहीं है। जबतक सिंह को सभी पदों से हटाकर जेल नहीं भेजा जाता, तब तक पहलवान अपना घरना जारी रखेंगे।
आज सुप्रीम कोर्ट में पहलवानों की बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन दुराचार के खिलाफ याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सरकार ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ एफआईएर दर्ज करने की पहलवानों की मांग को मान लिया गया। फिर भी पहलवानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बृजभूषण सिंह को सभी पदों से हटाने और जेल भेजने की अपील की। जंतर-मंतर पर शाम को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए पहलवानों ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका धरना अभी खत्म नहीं होगा।
पहलवानों ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन धरना जारी रहेगा। क्योंकि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं। वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह को सभी पदों से हटाया जाए। अब पहलवान किसी कमेटी को नहीं, कोर्ट को सबूत देंगे। बजरंग पूनिया ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह पद का दुरुपयोग कर सकते हैं, इन्हें जेल भेजा जाए। हमें किसी भी कमेटी या कमेटी के सदस्य पर भरोसा नहीं है।
पूनिया ने कहा, यह लड़ाई सिंह जैसे लोगों को सजा देने के लिए है। उन्हें जेल में रहने और उनके विभागों को छीनने की जरूरत है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा कि भारत के कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आज मामला दायर किया जाएगा। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करने के उनके अनुरोध पर तत्काल सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों साक्षी मलिक, विनेश फोगट और बजरंग पुनिया आदि शामिल हैं। उनके विरोध प्रदर्शन को देश के नामी खिलाड़ियों का भी समर्थन मिलने लगा है। नीरज चोपड़ा, नवजोत सिंह सिद्धू, हरभजन सिंह आदि पहलवानों के पक्ष में उतर आए हैं।
हालांकि न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को यह लड़ाई ‘महंगी’ साबित हो रही है। बुनियादी जरूरतों की व्यवस्था करना उनकी जेब पर भारी पड़ रहा है। पहलवानों ने पांच दिनों में गद्दे, चादर, पंखे, स्पीकर, माइक्रोफोन, पानी और खाने के अलावा एक मिनी पावर जेनसेट की व्यवस्था पर पांच लाख रुपये से अधिक खर्च किए हैं। शुरू में उन्होंने गद्दे, चादरें और साउंड सिस्टम किराए पर लिए, जिसका एक दिन का 27000 रुपये भाड़ा पड़ा।
