राजस्थान के बाड़मेर जिले में सदर थाना अंतर्गत गंगासरा गांव की एक महिला ने अपने दो मासूम बच्चों को टांके में फेंककर खुदकुशी कर ली। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को टांके से बाहर निकलवाया। महिला का एक सुसाइड नोट भी सामने आया है। इसमें महिला ने अपनी देवरानी पर परेशान करने का आरोप लगाया है, साथ ही अपने पति से भी उसके संबंध बताए हैं।
मृतक महिला के भाई बाबूलाल का आरोप है कि उसकी बहन ने अपनी देवरानी से परेशान होकर ये कदम उठाया है। मरने से पहले महिला ने अपने मोबाइल में व्हाट्सएप पर सुसाइड नोट का स्टेटस लगाया। उसकी बहन ने माता-पिता, भाई-बहन से माफी मांगते हुए का स्टेटस लगाया। जब महिला के भाई ने मोबाइल पर उस स्टेट्स को देखा तो उसी गांव में बड़ी बहन कमला को फोन करके बताया कि इस तरह का स्टेटस क्यूं लगाया है। जिसके बाद उसकी बड़ी बहन उसके घर पर पहुंची। वहां पहुंचने पर देखा तो सोने-चांदी के आभूषण व रुपए जल रहे थे। तीनों के शव टांके में तैरते हुए मिले।
जानकारी के अनुसार, 32 साल की विवाहिता झिमों देवी पत्नी चिमाराम जाट ने सुसाइड से पहले अपने सोने-चांदी के गहने, एफडी, बैंक और जमीनों के जरूरी दस्तावेजों को आग लगाकर अपने आठ साल के बेटे संतोष और ढाई साल की बेटी भावना को घर में बने पानी के टांके में डालकर खुद भी उसी टांके में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।
विवाहिता के भाई बाबूलाल ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया, उसकी बहन झिमों देवी (32) की शादी करीब 8 साल पहले गंगासरा निवासी चिमाराम के साथ हुई थी। विवाहिता के दो बच्चे थे। शादी के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कुछ समय पहले उसकी बहन ने बताया, उसके पति चिमाराम का अपने छोटे भाई की पत्नी के साथ अवैध सबंध थे, जिसको लेकर विवाहिता की देवरानी प्रताड़ित कर रही थी। चिमाराम भी देवरानी का साथ दे रहा था। इसको लेकर पीहर पक्ष के लोगों ने समझाइश की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इससे आहत होकर उसकी बहन ने आत्महत्या कर ली।
विवाहिता ने अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर एक पन्ना लगाया। उसमें लिखा- राम-राम-राम। हे भगवान मुझे इतना दर्द क्या दे रहे हैं। अब मैं परेशान हो चुकी। मुझसे इतना दर्द बर्दाश्त नहीं हो सकता। मेरी मौत का कारण धनाराम की पत्नी रामू देवी मुझे 6 महीने से धमकियां दे रही है। मारने के लिए दो बार मेरे घर पर आई थी। तब मेरे पति के सामने कहा था कि तुझे जिंदा जलाएंगे। मैंने पति से कहा ये क्या है। उसने कहा तुम जानों तुम्हारा काम जाने। तुम्हे जिंदा रहना है तो जो ये बोले वो करना होगा। मैं इतना दर्द बर्दाश्त नहीं कर सकती। आज मेरे पति ने बोला, मैं खुद रामू देवी के साथ हूं। मैं भी यहीं चाहता हूं। घर भी रामू देवी के लिए बनाया है। मेरे माता-पिता , भाई-बहन मुझे माफ करना। मैंने आपको मेरा दर्द नहीं बताया।
पुलिस ने बताया कि झीमों देवी (30) अपने 8 साले के बच्चे संतोष व ढाई साल की बच्ची भावना के साथ रहती थी। पति बीकानेर था। रविवार शाम करीब 5 बजे उसने दोनों बच्चों के साथ सुसाइड कर लिया।
