ईरान में बीते 10 दिनों से मौत की सजा को मजाक बना कर रख दिया गया है। वहां हर छह घंटे में एक शख्स को फांसी पर चढ़ाया जा रहा है।
ईरान पहले से ही मौत की सजा देने के मामले में बदनाम है। चीन के बाद सबसे ज्यादा फांसी इसी देश में दी जाती है। एक खबर के अनुसार 2023 की शुरुआत से यहां फांसी की सजा ज्यादा दी जा रही है। खासकर बीते 10 दिनों से यहां हर छह घंटे में एक शख्स को सूली पर चढ़ाया जा रहा है। ईरान ह्यूमन राइट्स की रिपोर्ट के अनुसार इस साल अभी तक 194 लोगों को सरकार ने फांसी पर चढ़ाया है।
बीते दो हफ़्तों में ही ईरान में 42 लोगों को फांसी दी गई है। इसमें से आधे से ज्यादा लोगों को बलूचिस्तान के एरिया से पकड़ा गया था। जिन 42 लोगों को फांसी पर चढ़ाया गया, उऩमें से आधे से ज्यादा पर ड्रग्स के आरोप लगाए गए। इस खबर के सामने आने के बाद बलूच माइनोरिटी में काफी रोष है। उनका कहना है कि उनकी आबादी वैसे ही कम है, अब अगर इस तरह से आरोपों की बिना जांच के ही फांसी की सजा दी जाएगी, तो उनकी कम्युनिटी ही खत्म हो जाएगी।
इस देश में हर उस शख्स को फांसी दी जा रही है, जिसके पास दोहरी नागरिकता है। इन लोगों को आतंकी घोषित कर दिया जा रहा है। सरकार के इस रवैय्ये से सभी बेहद परेशान है। लोग सड़कों पर विरोध कर रहे हैं। इस तरह से मौत की सजा दिया जाना लोगों को परेशान कर रहा है। किसी को ये नहीं पता कि अगला नंबर किसका है। लोगों को गिरफ्तार कर सीधे फांसी की सजा सुना दी जा रही है।
