2000 के नोट बंद होने पर रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की पहली प्रतिक्रिया आज सामने आई है। शक्तिकांत दास ने मीडिया से कहा कि लंबे समय से रिजर्व बैंक स्वच्छ नोट नीति का पालन कर रहा है। दास ने साफ किया कि किसी भी दुकान पर जाकर 2000 के नोट से आसानी से सामान खरीद सकते हैं। कोई भी दुकानदार इस नोट को लेने से मना नहीं कर सकता। दास ने कहा कि 2000 रुपए के नोट को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। बैंक में तो 2000 का नोट कोई भी बदल सकता हैं। इस बार 2000 रुपये के नोट चलन से बाहर किये जा रहे हैं, लेकिन यह अमान्य नहीं होंगे।
आरबीआई ने सोमवार को सभी बैंकों को कुछ निर्देश भी जारी किये। बैंकों से कहा गया है कि 23 मई से नोट बदलने की सुविधा बैंक में सभी काउंटरों पर मिलनी चाहिए। यह ठीक उसी तरह होना चाहिए जैसा पहले किया जा रहा था। इसके अलावा बैंक लोगों के बैठने या खड़े होने के लिए छायादार जगह का इंतजाम करें और गर्मी को देखते हुए पेयजल की व्यवस्था भी करें।
इससे पहले एसबीआई ने एक सर्कुलर जारी कर अपनी सभी शाखाओं से कहा था कि 2000 रुपये के 10 नोट एक बार में बदलने के लिए किसी तरह की आईडी या फॉर्म की आवश्यकता नही होगी। आम लोग बैंक में जकर बगैर किसी कागजी कार्रवाई के 20,000 रुपये तक बदल सकते हैं।
