पिछले दिनों त्रिपुरा में हुई हिंसा की आग ने महाराष्ट्र के अमरावती, नांदेड़ और मालेगांव को चपेट में ले लिया है। शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद आज हिंदू संगठनों ने बंद बुलाया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने हिंसक विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर अमरावती शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। वहीं पांच जिलों में हुई रैलियों में पथराव की घटना के संबंध में कम से कम 20 प्राथमिकी दर्ज कर 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार अमरावती शहर में शनिवार को एक हिंदू संगठन द्वारा आयोजित बंद के दौरान भीड़ ने विभिन्न स्थानों पर पथराव किया और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। पूर्वी महाराष्ट्र के इस शहर के राजकमल चौक इलाके में सैकड़ों लोग नारे लगाते हुए सड़कों पर निकल आए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भीड़ के कुछ सदस्यों ने राजकमल चौक तथा कुछ अन्य जगहों पर दुकानों पर पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया गया।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने एक बयान में कहा कि त्रिपुरा में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हिंसा के खिलाफ राज्य में निकाले गए विरोध मार्च ने कुछ जगहों पर हिंसक रूप ले लिया, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। वहीं, मुस्लिम संगठन रजा अकादमी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें त्रिपुरा में हिंसा से प्रभावित लोगों को मुआवजा दिए जाने और क्षतिग्रस्त मस्जिदों के पुनर्निर्माण की मांग की गई।
