बिहार में विजलेंस टीम ने खनन मंत्री जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार, उनके भाई धनंजय कुमार तथा महिला मित्र रत्ना चटर्जी के पटना, कटिहार, अररिया के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। कटिहार में रिटायर्ड सीडीपीओ रत्ना चटर्जी के आवास पर विशेष निगरानी इकाई की छापेमारी (Raid) में 30 लाख नगद, 50 लाख से अधिक के जेवर, कई सोने की बिस्किट और कागजात बरामद हुए। बताया जा रहा है कि रत्ना चटर्जी के घर की अलमारी से एक अटैची मिली है, जिसे खोला गया तो उसमें 30 लाख कैश, 50 लाख के जेवर और भारी मात्रा में गोल्ड बिस्किट देखते ही वहां मौजूद अधिकारी भी हैरान रह गए।
रत्ना चटर्जी खनन विभाग मंत्री के ओएसडी मृत्युंजय कुमार की करीबी मित्र हैं और उनकी कई अलमारियां इसी आवास में मौजूद थीं। निगरानी इकाई के डीएसपी चंद्र भूषण ने कहा कि हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं और रत्ना चटर्जी और ओएसडी मृत्युंजय कुमार के बीच संबंध को लेकर भी जांच कर रहे हैं। रत्ना चटर्जी को 2011 में विजिलेंस की टीम ने घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा था। तब उनको पद से बर्खास्त कर दिया गया था।
मृत्युंजय कुमार बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी है। उनपर आरोप है कि जहां भी सेवा काल में रहे हैं दबदबे के साथ भ्रष्टाचार किया है। इनके खिलाफ जब भी शिकायत की जाती थी तो वे सबकुछ मैनेज कर लेते थे।
