
कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों के निलंबित सांसदों को लेकर हंगामे के बीच तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सदन में खराब व्यवहार के लिए संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने 21 दिसंबर को चुनाव कानून (संशोधन विधेयक) 2021 पर चर्चा के दौरान कथित तौर पर रूल बुक को सभापति की ओर फेंका। इसके मद्देनजर यह कार्रवाई की गई है।
उस समय चेयर पर मौजूद सस्मित पात्रा ने कहा कि टीएमसी सांसद ने प्वाइंट आफ आर्डर उठाया था और डिप्टी चेयरमैन ने इसका जवाब दिया। पात्रा के अनुसार थोड़ी देर बाद ओ ब्रायन ने रूल बुक को चेयरमैन की ओर फेंका। रूल बुक सभापति, सेक्रेट्री जनरल या मेज पर बैठे अधिकारियों को लग सकती थी। इस संबंध में संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को सदन द्वारा पारित किए जाने के बाद टीएमसी सांसद को निलंबित कर दिया गया। शीतकालीन सत्र 23 दिसंबर को समाप्त होने वाला है।
उल्लेखनीय है कि विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन पर संसद में गतिरोध जारी है। सरकार कहना है कि बगैर माफी के निलंबन वापस नहीं लिया जाएगा। इस बीच सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि हमने सोचा था कि विपक्ष कुछ सबक सीखेगा, लेकिन वही बात दोहराई गई है। गोयल ने कहा कि डेरेक ओ ब्रायन ने नियम पुस्तिका फेंक दी और उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। गोयल ने 12 निलंबित सांसदों से माफी मांगने की भी बात कही। भूपेंद्र यादव ने प्वाइंट आफ आर्डर उठाया और कहा कि विपक्ष बार-बार सभापति पर सवाल उठा रहा है, लेकिन नियम कहते हैं कि सभापति का फैसला सभी पर बाध्यकारी है।
राज्यसभा से निलंबित होने के बाद ओ ब्रायन ने एक ट्वीट में कहा, ‘पिछली बार मुझे राज्यसभा से निलंबित किया गया था जब सरकार कृषि कानूनों को लेकर आई थी। हम सभी जानते हैं कि उसके बाद क्या हुआ था। आज मुझे भाजपा द्वारा संसद का मखौल उड़ाने और चुनावी कानून विधेयक 2021 का मजाक बनाने का विरोध करते हुए निलंबित कर दिया गया। आशा है कि यह विधेयक भी शीघ्र ही वापस लिया जाएगा।