कोरोना संक्रमण के कारण राजस्थान में 30 जनवरी तक शहरी इलाकों में स्कूल बंद हैं। इधर, लगातार कोरोना के केस और मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में 31 जनवरी के बाद स्कूलों के खुलने की उम्मीद कम नजर आ रही है। 14 फरवरी के बाद कोरोना केस कम हुए तो स्कूल खुलने की संभावना बन सकती है। शिक्षा विभाग ने स्कूल खोलने या नहीं खोलने को लेकर राज्य सरकार को किसी तरह का प्रस्ताव फिलहाल नहीं भेजा है। इससे लगता है कि स्कूल खोलने का निर्णय लेने में समय लगेगा। परीक्षाओं को लेकर भी संशय बना हुआ है।
स्कूल खोलने या बंद रखने का फैसला शिक्षा विभाग के बजाय स्वास्थ विभाग करेगा। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद ही स्कूल खुलेंगे। कोरोना के मौजूदा हालात देखते हुए नहीं लगता है कि स्वास्थ विभाग ऐसी कोई मंजूरी देगा। बुधवार को राज्य के 33 में से सिर्फ छह जिलों में कोविड पॉजिटिव की संख्या सौ से कम रही है। तीन जिलों में तो यह संख्या हजार से ज्यादा थी। ऐसे में फरवरी के दूसरे या तीसरे सप्ताह तक ही स्कूल खुलने की संभावना है।
फरवरी में भी स्कूल नहीं खुले तो गैर बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाएं होने पर संशय है। शिक्षा विभाग इन विकल्पों पर विचार कर रहा है कि किस तरह छात्रों की मार्किंग की जा सकती है। अर्धवार्षिक परीक्षा तक के अंक स्कूल के पास हैं। इसी के आधार पर रिजल्ट दिया जा सकता है। शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों तीन महीने का शेड्यूल जारी कर दिया था। ये शेड्यूल भी इसी आधार पर निकाला गया है कि स्कूल मार्च तक नहीं खुले तो कैसे पढ़ाई करानी है।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बारहवीं के साथ बोर्ड पैटर्न पर होने वाली आठवीं की परीक्षाएं होना तय माना जा रहा है। आठवीं बोर्ड के फॉर्म तीस जनवरी तक ही भरे जा रहे हैं। इसकी तारीख में बढ़ोतरी हो सकती है। कोरोना की पहली लहर में भी बोर्ड परीक्षाएं हुई थी।
