
देश में बढ़ते कोरोना मामलों और 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर चुनावी रैलियों और रोड शो पर लगा प्रतिबंध सोमवार को चुनाव आयोग की बैठक 11 फरवरी तक बढ़ाने का फैसला लिया गया। हालांकि इन प्रतिबंधों में थोड़ी राहत दी गई है। अब रैली में 1000 लोग शामिल हो सकेंगे।
मुय चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात के बाद रैलियों पर बैन की समीक्षा की। नए नियमों के अनुसार इनडोर सभाओं में 500 लोगों के बैठने की इजाजत होगी, जबकि प्रत्याशी के साथ डोर टु डोर कैंपेन में 20 लोग जा सकेंगे। इससे पहले कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने पांचों राज्यों में 22 जनवरी तक रैलियों और रोड शो पर रोक लगाई थी। फिर इसे बढ़ा कर आज31 जनवरी कर दिया गया था।
8 जनवरी को चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद 15 जनवरी को चुनाव आयोग ने बड़ी रैलियों और सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि चुनाव के ऐलान से पहले ही पीएमनरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के सीएमयोगी आदित्यनाथ प्रदेश की हर तीन में से दो विधानसभा सीटों पर रैली या रोड-शो कर चुके थे। प्रतिशत के लिहाज से समझें तो यह आंकड़ा 68 फीसदी होता है।