यूपी के हापुड़ में हमले के बाद गृह मंत्रालय ने असदुद्दीन ओवैसी को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी है। अब ओवैसी के सुरक्षा घेरे में सीआरपीएफ के जवान रहेंगे। जेड श्रेणी की सुरक्षा में 4 से 6 एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मियों समेत 22 जवान तैनात किए जाते हैं। उधर, पुलिस ने दो हमलावरों शुभम और सचिन को शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर 14 दिन का रिमांड लिया है।
प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि सांसद के धर्म विरोधी भड़काऊ भाषणों और 2013-14 के दौरान अयोध्या के राम मंदिर को लेकर ओवैसी की टिप्पणी से आहत होकर आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया। अभी मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार हापुड़ जिले में डेरा डाले हुए हैं। ओवैसी मेरठ और किठौर में पदयात्रा करने के बाद 3 फरवरी की शाम साढ़े पांच बजे दिल्ली लौट रहे थे। हापुड़ जिले में पिलखुवा थाना क्षेत्र के छिजारसी टोल प्लाजा पर पहले से खड़े दो युवकों ने ओवैसी की कार पर फायरिंग कर दी। उनकी कार में तीन गोलियां लगीं। ओवैसी बाल-बाल बच गए।
जांच में पता चला कि सचिन पहले एबीवीपी में रहा है। वह लंबे समय से भाजपा से जुड़ा है। 7 जुलाई 2019 को उसने अपने फेसबुक पेज पर भाजपा की ऑनलाइन सदस्यता की रसीद भी डाली हुई है। इसके अलावा भाजपा नेता अरुण सिंह, सुनील बंसल, सांसद महेश शर्मा, एमएलसी श्रीचंद शर्मा, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, नोएडा विधायक पंकज सिंह समेत तमाम नेताओं के फोटो उसके फेसबुक पेज पर मौजूद हैं।
पिछले दिनों जब गृहमंत्री अमित शाह जब नोएडा आए, तब भी सचिन वहां मौजूद था। एमएमएच कॉलेज कॉलेज गाजियाबाद से ग्रेजुएट सचिन शाहीन बाग में गोली चलाने वाले गोपाल दत्त शर्मा का समर्थक रहा है। गोपाल जब जेल से छूटकर आया तो सचिन ने उसका नोएडा में स्वागत किया था। गोपाल भी ग्रेटर नोएडा में जेवर का रहने वाला है और सोशल मीडिया पर खुद को कट्टर हिन्दू बताता था।
सचिन ने 3 फरवरी 2022 को दिन में महाराणा प्रताप, भगत सिंह, ओवैसी से जुड़ी चार पोस्ट डाली थीं। एक पोस्ट में उसने ओवैसी के उस भाषण का वीडियो डाला, जिसमें वह यह कहते हुए दिख रहे हैं, हमेशा योगी मुख्यमंत्री नहीं रहेगा, हमेशा मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेगा। याद रखो हम तुम्हारे जुल्म को भूलने वाले नहीं हैं। इस वीडियो को कोट करते हुए सचिन ने लिखा था कि हिन्दू पुत्र आएगा बचाने। इस पोस्ट के कुछ घंटे बाद ही उसने ओवैसी के काफिले पर हमला बोल दिया।

