विश्व की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में 17वें स्थान हासिल करने वाली सेबी की सीईओ रहीं चित्रा रामाकृष्णा ने हिमालय पर विचरण करने वाले एक अज्ञात योगी के मार्गदर्शन में कई बड़े पदों पर लोगों की नियुक्तियां की थी। उन्होंने अज्ञात योगी के साथ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एमएसई) की जानकारियां साक्षा की है। योगी के कहने पर चित्रा ने आनंद सुब्रमण्यम नाम के एक व्यक्ति को बड़े पद पर नियुक्त करते हुए 5 करोड रुपए का वेतन दिया था। चित्रा पर आरोप हैं कि सीईओ के तौर पर काम करते हुए अज्ञात योगी से स्टॉक एक्सचेंज वित्तीय, परिणामों, कारोबारी योजना, डिविडेंड की जानकारी साझा की थी। सेबी ने चित्रा सहित कई अधिकारियों पर जुर्माना लगाया है।
1963 में जन्मी चित्रा रामाकृष्णा 1992 में बने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना करने वाली टीम में शामिल थीं। यह गिनी चुनी उन महिलाओं में शामिल हैं, जो विश्व में स्टॉक एक्सचेंज के क्षेत्र में बड़े पदों पर रही हैं। फॉर्चून जैसी मैग्जीन में चित्रा रामाकृष्णा को विश्व की 17वें नंबर की सबसे शक्तिशाली महिला बताया था। चित्रा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की तीसरी प्रमुख रही हैं।
सेबी ने कार्रवाई करते हुए चित्रा को तीन साल के लिए स्टॉक एक्सचेंज मार्केट में काम करने से रोक दिया है। साथ ही अवकाश भत्ते के 1.54 करोड रुपए जप्त करने व 2.83 करोड़ रुपए बोनस रोकने के लिए आदेश दिए गए हैं। सेबी ने अपने 190 पेज के आदेश में 338 बार अज्ञात व्यक्ति (योगी) का जिक्र किया है। चित्रा इस अज्ञात व्यक्ति को शिरोमणि कहकर संबोधित करती हैं। करीब 308 करोड़ की सकल बाजार पूंजी वाले देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज की सीईओ किसी योगी से ईमेल पर संवाद करती थीं। 2018 में सेबी को दिए गए बयान में चित्रा ने बताया था कि वह योगी परमहंस नाम के व्यक्ति से संवाद करती थीं, जो हिमालय में विचरण करते हैं। जिनसे 20 साल से वह संपर्क में है और आध्यात्मिक शक्ति व मार्गदर्शन लेती हैं।
