महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर राष्ट्रपिता के ही राज्य गुजरात में विवाद खड़ा हो गया है। वलसाड के एक निजी स्कूल में हुई वाद-विवाद प्रतियोगिता में बच्चों के लिए तय किए तीन विषयों में से एक ‘माई आइडियल नाथूराम गोडसे’ रखा गया था। सोमवार को हुई इस प्रतियोगिता में पहला इनाम जीतने वाले बच्चे ने इसी विषय पर बोलते हुए गांधी की बुराई की और गोडसे को आदर्श हीरो बताया। अब इस प्रतियोगिता को लेकर हंगामा मचा हुआ है।
चौंकाने वाली जानकारी यह सामने आई है कि कक्षा 5 से कक्षा 8 तक के 7 से 12 साल की उम्र के बच्चों के लिए विषय चयन स्थानीय सरकारी अधिकारियों ने ही किया था। हंगामा होने के बाद वलसाड की जिला खेल अधिकारी मीताबेन गवली को सस्पेंड कर दिया गया है। प्रतियोगिता कराने वाले कुसुम विद्यालय की संचालिका अर्चनाबेन देसाई ने इस संबंघ में कहा कि जिले में यह प्रतियोगिता बाल प्रतिभा शोध कार्यक्रम के तहत आयोजित की गई थी। प्रतियोगिता की पूरी योजना सरकारी जिला खेल कार्यालय ने ही तैयार की थी। ऐसे में यह कह सकते हैं कि प्रतियोगिता के लिए हमारे स्कूल ने महज अपनी जगह दी और वलसाड के जिला खेल कार्यालय के आदेश का पालन किया। प्रतियोगिता शुरू होने से पहले इसके विषयों के बारे में नहीं बताया गया था। इस मामले में जांच के बाद जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अर्चनाबेन के अनुसार स्कूल को आयोजन से महज 24 घंटे पहले ही प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी गई थी। इसमें तीन विषय-‘माई आइडियल नाथूराम गोडसे’ के अलावा ‘मुझे आकाश में उड़ते पक्षी पसंद हैं’ और तीसरा ‘वैज्ञानिक बनने के बाद भी अमेरिका न जाऊं’ रखे गए थे। इन्हीं पर बच्चों ने अपने विचार रखे।
वहीं, वलसाड की कलेक्टर क्षिप्रा अग्रे ने पूरे मसले पर हाथ खड़े कर दिए। उन्होंने कहा-यह मामला खेल विभाग के तहत आता है, इसलिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ खेल विभाग ही कार्रवाई करेगा। यह मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।
