राजस्थान के कोटा शहर में रविवार सुबह दूल्हे समेत 9 बारातियों को लेकर जा रही तेज रफ्तार कार चंबल नदी में गिर गई। हादसे में सभी की मौत हो गई। घटना नयापुरा के पास छोटी पुलिया पर हुई। सूचना मिलते ही पुलिस और निगम के गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू अभियान में नदी से सभी शव बाहर निकाल लिए गए।
जानकारी के अनुसार दूल्हा अविनाश जयपुर में सफाई का काम करता था और फेसबुक के जरिए इंदौर की लड़की से दोस्ती हुई थी। दोस्ती प्यार में बदल गई और शादी तय हुई। बारात चौथ का बरवाड़ा से उज्जैन के लिए रवाना हुई और कोटा में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उज्जैन के भैरूनाला इलाके की वाल्मीकि बस्ती में रहने वाले सुभाष के घर में तीन बेटियों की शादी के लिए मंडप सजा था। मंगल गीत गाए जा रहे थे। तीन-तीन बारातों के स्वागत की तैयारियां हो रही थीं कि तभी ये मनहूस खबर आ गई। अविनाश की शादी परिवार की सबसे छोटी बेटी से तय थी।
कोटा नगर निगम के गोताखोर विष्णु श्रृंगी ने बताया कि हादसा सुबह 5:30 बजे हुआ। किसी राहगीर ने चंबल नदी में कार को पलटते देखा। गोताखोरों ने क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाला गया। सभी शवों को एमबीएस की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। परिवार ने बताया कि कार में अविनाश के साथ दोस्त और कुछ रिश्तेदार शामिल थे। इनके साथ बारातियों की एक बस भी जा रही थी, जो आगे निकल गई थी। बस में 70 लोग सवार थे। ये लोग बरवाड़ा से 2 बजे रवाना हुए थे।
सभी लोग केशोरायपाटन में चाय पीने के लिए रुके। इसके बाद बस आगे निकल गई। जब बस कोटा पार कर चुकी थी, तो उसमें सवार बारातियों को लगा कि कार काफी दूर रह गई। कुछ देर बाद ही समाज के लोगों ने फोन कर सूचना दी कि कार चंबल में गिर गई। इस हादसे में दूल्हे अविनाश, दूल्हे का भाई केशव, कार ड्राइवर इस्लाम की मौत हो गई। बाकी मृतक जयपुर के रहने वाले थे, जिनके नाम टोंक फाटक निवासी कुशाल और शुभम, ट्रांसपोर्ट नगर निवासी राहुल, टोंक फाटक निवासी रोहित, घाटगेट निवासी विकास, मालवीय नगर निवासी मुकेश हैं।
