चुनाव के बाद एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे पर टोल टैक्स बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। अप्रैल से टोल टैक्स की दरों में 10 प्रतिशत तक की वृद्धि की जा सकती है। सूत्रों की मानें तो भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की तरफ से टोल टैक्स बढ़ाने को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। साथ ही वित्त वर्ष 2022-23 के लिए टोल एजेंसियों के चयन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे स्थित छिजारसी टोल, दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे के बदरपुर बॉर्डर और दिल्ली-जयपुर हाईवे नेशनल हाईवे-8 के अलावा अन्य टोल प्लाजा को लेकर एजेंसी के चयन प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए टेंडर की निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। एजेंसी चयन के साथ ही परियोजना क्रियान्वयन इकाई की तरफ से टोल टैक्स की दर बढ़ाने के संबंध में प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार फिलहाल 10 फीसदी टोल टैक्स बढ़ने के आसार हैं, जो हर श्रेणी के वाहनों के लिए लागू होगा। क्योंकि कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में सभी टोल प्लाजा को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। इस कारण टोल वसूली का टारगेट पूरा नहीं हो सका है। अब किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है और सभी गतिविधियां सामान्य रूप से चल रही हैं। इसीलिए एनएचएआई 10 प्रतिशत औसत वृद्धि करने की तैयारी में है। टोल प्लाजा के मासिक पास भी महंगे हो सकते हैं।
बता दें कि 2010 तक सिर्फ 9 श्रेणी के लोगों को टोल टैक्स से छूट देने का प्रावधान था। इनमें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सांसद, विधायक, केंद्र और राज्य सरकार के कुछ अधिकारी, शव वाहन, एंबुलेंस, अग्निशमन सेवा, सेना और पुलिस के वाहन शामिल थे। मगर अब छूट की श्रेणी वाले लोगों की संख्या 25 कर दी गई है। पिछले 10 साल में नई श्रेणी बढ़ाई गई हैं। इनमें हाईकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट के जज, मैजिस्ट्रेट, गैजेटिड अधिकारी, सैन्य पदक विजेता, अर्धसैनिक बल और पुलिस और वर्दी में केंद्रीय और राज्य सशस्त्र बल, सेना के अधिकारी शामिल हैं।
