
रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग में तालिबान ने दोनों देशों से शांति की अपील की है। तालिबान ने कहा है कि दोनों बैठकर सभी मसले हल करें। अफगानिस्तान के विदेश विभाग ने कहा कि युद्ध में शामिल देश ऐसा कोई भी कदम न उठाएं, जिससे हिंसा और भड़के। हम युद्ध में फंसे नागरिकों को लेकर फिक्रमंद हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बाल्खी ने कहा कि तालिबान पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। इस युद्ध में तालिबान किसी का पक्ष नहीं ले रहा है। यूक्रेन में रहने वाले अपने देश के लोगों से हमने संपर्क बनाना शुरू कर दिया है। उनकी वतन वापसी के लिए हर मुमकिन कोशिश की जाएगी। हालात सुधरते ही उन्हें वापस लाया जाएगा।
तालिबान के इस रुख पर सोशल मीडिया यूजर्स सरकार को जमकर ट्रोल कर रहे हैं। एक यूजर कॉर्नेलिज ने ट्वीट किया, तालिबानी रूस और यूक्रेन से शांति की अपील कर रहे हैं। लगता है कयामत का दिन नजदीक आ गया है।एक अन्य यूजर अरश याकिन ने ट्वीट किया, क्या तालिबान का शीर्ष नेतृत्व कॉमेडियन पोस्ट के लिए अप्लाई करने जा रहा?
बता दें कि तालिबान एक आतंकी संगठन है, जो अफगानिस्तान में हिंसा के जरिए सत्ता पर काबिज है। ब्राउन यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार2001 के बाद तालिबान ने अफगान की सत्ता पाने के लिए 45,000 से ज्यादा अफगानी सैनिक और करीब 1.11 लाख नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था।