
यूक्रेन में आज रूसी हमले में एक भारतीय छात्र की मौत के बाद दिल्ली में हलचल बढ गई है। हालात की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर एक हाई लेवल मीटिंग की है।यूक्रेन मामले में यह उनकी दो दिनों में चौथी बैठक है।उन्होंने राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें यूक्रेन सहित विभिन्न मुद्दों की जानकारी दी और मृत छात्र नवीन के परिजनों से फोन पर बात भी की।इधर, विदेश सचिव ने रूस और यूक्रेन के राजदूतों को तलब कर भारतीय नागरिकों के लिए तत्काल सुरक्षित मार्ग बनाने की मांग की है।
ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने का मिशन भी जारी है। आज यूक्रेन में फंसे 218 भारतीयों को लेकर एअर इंडिया का आठवां विमान हंगरी के बुडापेस्ट से नई दिल्ली पहुंचा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने यात्रियों को रिसीव किया। इससे पहले एअर इंडिया की 7वीं फ्लाइट 182 भारतीयों को लेकर मुंबई पहुंची थी। ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक 8 फ्लाइट्स से कुल 1,836 भारतीयों को देश वापस लाया जा चुका है।सूत्रों के अनुसार 9000 से अधिक भारतीय नागरिक यूक्रेन से निकाले जा जुके हैं।काफी संख्या में भारतीय नागरिक अब सुरक्षित क्षेत्रों में हैं।
स्पाइसजेट भी यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एक विमान स्लोवाकिया के कोसिसे भेजा है। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू इसकी निगरानी के लिए भारत सरकार के विशेष दूत के रूप में कोसिसे गए हैं।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारतीय वायु सेना की भी मदद ली जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरफोर्स से कम समय में अधिक लोगों को निकालने के लिए मदद करने को कहा है। भारतीय वायु सेना आज से ऑपरेशन गंगा में कई C-17 विमान तैनाती कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर सोमवार शाम एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी चौबीसों घंटे काम कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय सुरक्षित रहें।