
यूक्रेन के खार्किव और सूमी शहरों में फंसे भारतीय और अन्य देशों के नागरिकों को निकालने के लिए रूस ने एक सौ तीस बसें तैयार की हैं। यह जानकारी रूसी राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख कर्नल-जनरल मिखाइल मिज़िन्त्सेव ने की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करके यूक्रेन के युद्ध प्रभावित क्षेत्रों से भारतीयों की सुरक्षित निकालने की बात कही थी। रूसी राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख ने कहा- आज बेलगोरोद क्षेत्र में नेखोटेयेवका और सुद्झा चौकियों पर कुल 130 आरामदायक बसें तैनात कर दी गई हैं।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को केन्द्र सरकार 10 मार्च तक घर वापसी कराएगी। सूत्रों ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि इसके लिए 80 उड़ानों को लगाया जाएगा। ये फ्लाइट एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, इंडिगो, स्पाइस जेट, विस्तारा, गो एयर और वायु सेना के विमानों की हैं। व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के लिए केंद्र सरकार के 24 मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से कुल 35 फ्लाइट्स आएंगी।इसमें एयर इंडिया की 14, एयर इंडिया एक्सप्रेस की आठ, इंडिगो की सात, स्पाइस जेट की एक, विस्तारा की तीन और भारतीय वायुसेना की दो उड़ानें शामिल हैं। हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से कुल 28 उड़ानें लगाई गई हैं।
गुरुवार दोपहर रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से 183 भारतीयों को लेकर फ्लाइट मुंबई पहुंची है।ऑपरेशन गंगा के तहत 3726 भारतीयों को लेकर आज 19 फ्लाइट आने वाली थीं।भारत में रूसी एम्बेसी ने दावा किया है कि भारतीय छात्रों को बंधक बनाकर यूक्रेन मानवीय कवच के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने कहा कि अभी तक ऐसी कोई रिपोर्ट उन्हें नहीं मिली है।
एअर इंडिया का एक विमान भी गुरुवार तड़के दिल्ली भी पहुंचा। केंद्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने एयरपोर्ट पर यात्रियों का स्वागत किया। चौधरी ने बताया कि अब तक कुल 16 उड़ानों से करीब 3000 भारतीयों को यूक्रेन से भारत लाया जा चुका है। वहीं, इंडिगो का विशेष विमान भी बुखारेस्ट से 200 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंचा। इसमें आए छात्रों का स्वागत केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने किया।