
भारत ने श्रीलंका के खिलाफ मोहाली टेस्ट के दूसरे दिन अपनी पहली पारी 8 विकेट पर 574 रन पर घोषित कर दी। अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। जडेजा ने 228 गेंदों पर नाबाद 175 रन बनाए। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 228 गेंदों पर 17 चौके और 3 छक्के लगाए।वहीं, रविचंद्रन अश्विन ने 82 गेंदों पर 62 रन की पारी खेली। शमी 20 रन बनाकर नाबाद लौटे।
जडेजा जिस अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे, उससे लगा कि वह करियर का पहला दोहरा शतक आसानी से जड़ देंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। जडेजा जब डबल सेंचुरी की ओर बढ़ रहे थे, तभी कप्तान रोहित शर्मा ने पारी घोषित करने का ऐलान कर दिया। इसके बाद टी ब्रेक भी ले लिया गया।
अब रोहित के पारी घोषित करने के समय पर लोगों ने सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर फैंस टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ और रोहित की जमकर आलोचना कर रह हैं। फैंस का कहना है कि जडेजा के पास दोहरा शतक जड़ने का सुनहरा मौका था, लेकिन कोच और कप्तान ने इसे पूरा नहीं होने दिया।
यूजर्स साल 2004 के दौरे को याद कर रहे हैं, जब टीम इंडिया द्रविड़ की कप्तानी में पाकिस्तान दौरे पर थी। उस समय मुल्तान टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर 194 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तभी द्रविड़ ने पारी घोषित कर सबको चौंका दिया था। उस समय द्रविड़ कप्तान थे और अब कोच की भूमिका में हैं।एक यूजर ने लिखा, क्या रोहित या विराट कोहली यदि रविंद्र जडेजा की जगह होते, तो वे इसी तरह पारी की घोषणा करते???’ एक अन्य यूजर ने लिखा,मैं पूरी तरह से राहुल द्रविड़ का बहिष्कार करता हूं, यह अनुचित है। रवींद्र जडेजा डबल सेंचुरी के हकदार थे।