उत्तर प्रदेश में मतगणना से पहले ईवीए व चुनाव में धांधली को लेकर विवाह शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी लगातार भारतीय जनता पार्टी पर चुनाव में गड़बड़ी करने के आरोप लगा रही है। समाजवादी पार्टी के आला नेता चुनाव आयोग से इसकी शिकायत भी कर चुके हैं।
कल रात वाराणसी में ईवीएम को लेकर मचे बवाल के दौरान मंडल आयुक्त दीपक अग्रवाल का वह बयान सुर्खियों में आ गया, जब उन्होंने मीडिया से बात करते हुए ईवीएम के प्रोटोकॉल में त्रुटि की बात स्वीकार कर ली। मीडिया से मुखातिब होते हुए अग्रवाल ने बताया कि पोलिंग में इस्तेमाल हुई ईवीएम के लिस्ट का मिलान रोकी गई गाड़ी में रखी ईवीएम से कर लीजिए, मिलान करने के बाद अगर नंबर एक निकलते हैं तो हम दोषी माने जाएंगे। उन्होंने त्रुटि स्वीकारते हुए बताया कि ईवीएम के प्रोटोकॉल के मूवमेंट में त्रुटि हुई है, इसकी हम रिपोर्ट भी भिजवा रहे हैं. लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि पोलिंग वाले ईवीएम में कुछ हुआ हो ऐसा संभव नहीं है, क्योंकि स्ट्रांग रूम पर 3 लेयर सिक्योरिटी है।
वाराणसी में ईवीएम से लदी ट्रक मिलने के बाद विवाद बढ़ा। सपाइयों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस प्रशासन पर चुनाव में धांधली के आरोप लगाए। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का भी गुस्सा फूटा है। उन्होंने वाराणसी के डीएम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यादव ने सवाल किया कि वाराणसी के डीएम स्थानीय उम्मीदवारों की जानकारी के बगैर ईवीएण क्यों ले जा रहे थे। इस घटना को चुनाव आयोग को गंभीरता से लेना चाहिए।
