यूपी में चुनाव के नतीजों से पहले कई जिलों में ईवीएम को लेकर हंगामा मचा हुआ है। इस बीच वाराणसी में चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डीएम कौशलराज और कमिश्नर दीपक अग्रवाल को 10 मार्च को होने वाली मतगणना के काम से हटा दिया है। 1996 बैच के आईएएस अधिकारी एचआर श्रीनिवास को मुख्य निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है। अब इनकी देखरेख में वोटो का गिनती होगी।
इससे पहले स्ट्रांग रूम के बाहर गाड़ी में ईवीएम मिलने पर प्रभारी एडीएम नलिनीकांत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। वाराणसी में मंगलवार रात ईवीएम को लेकर 8 घंटे बवाल हुआ था। 300 नेताओं-कार्यकर्ताओं के खिलाफ लालपुर पांडेयपुर थाने में केस दर्ज किया गया है। उधर, सोनभद्र के एसडीएम रमेश कुमार को भी हटा दिया गया है। उनकी गाड़ी में बैलेट पेपर मिलने को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था।
कौशांबी में बुधवार दोपहर मतगणना स्थल पर जा रहे डीएम सुजीत कुमार की गाड़ी को सपा कार्यकर्ताओं ने रोक लिया। कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी को खंगाला। करीब 20 मिनट तक चेकिंग के बाद गाड़ी को अंदर जाने दिया। सपा कार्यकर्ताओं के गुस्से को देखते हुए डीएम चुपचाप गाड़ी में बैठे रहे।
मुरादाबाद में करीब 1500 से ज्यादा खाली बैलेट पेपर मिले। इसको लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने खूब हंगामा किया। वहीं, उन्नाव में मतगणना स्थल के पास सुबह सपा नेताओं ने लेखपाल को पकड़ लिया। सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि लेखपाल ईवीएम सील करने का सामान ले जा रहा था।
इधर, आगरा में एक अधिकारी की गाड़ी से वोटर लिस्ट निकलने पर सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया है। उनका आरोप था कि गाड़ी से सूटकेस में छेनी हथोड़ा मिले। मतगणना स्थल पर बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता मौजूद हैं।
प्रयागराज में भी बैलेट पेपर को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया है। आरोप है कि मुंडेरा मंडी, जहां स्ट्रांग रूम बनाया गया है, वहां सपा कार्यकर्ताओं ने एक बक्से को चुनाव अधिकारी के पास से पाया। जब उसको खोला गया तो उसमें पोस्टल बैलट की पर्चियां थीं। गोरखपुर में प्रभारी बनाए गए एमएलसी संतोष यादव सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ यूनिवर्सिटी गेट पहुंचे। पुलिस ने उन्हें गेट पर ही रोक लिया और समझाने की कोशिश की। सपा नेता गेट पर ही डेरा डालकर बैठ गए। संतोष यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर प्रशासन मतगणना में खेल कराने की तैयारी कर रहा है।
बाराबंकी में सपा के बड़े नेता मतगणना स्थल पर देर रात पहुंच गए। इन नेताओं में सपा एमएलसी राजू यादव भी रहे, जिन्हें सपा ने बाराबंकी जिले में मतगणना के लिए प्रभारी बनाया है। राजू यादव ने आरोप लगाया कि अधिकारी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं।
कानपुर के मतगणना स्थल गल्ला मंडी में कल सपा विधायक प्रत्याशियों ने समर्थकों के साथ हंगामा किया था। बिल्हौर से विधानसभा प्रत्याशी रचना सिंह, सीसामऊ के प्रत्याशी इरफान सोलंकी और गोविंद नगर विधानसभा के प्रत्याशी सम्राट विकास यादव ने मतगणना स्थल गल्ला मंडी में रात को हंगामा शुरू कर दिया। आरोप था कि गल्ला मंडी में लगे बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम की रिपेयरिंग के बहाने ईवीएम हैक करने का प्रयास किया जा रहा था। मैकेनिकों से पूछताछ करने पर अपना आईकार्ड दिखाने की बजाए भाग निकले।
अलीगढ़ में भी सपाइयों का देर रात हंगामा हुआ। बड़ी संख्या में सपा नेता अपने समर्थकों के साथ मतगणना स्थल पर पहुंचे। उनके आरोप थे कि भाजपा नेता गड़बड़ी करने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा के पूर्व विधायकों ने स्ट्रांग रूम तक जाकर निरीक्षण किया। लेकिन सपा के प्रत्याशी को सुरक्षाकर्मियों ने अंदर जाने से ही रोक दिया। इस पर गुस्साए कर्मचारियों ने जिलाधिकारी के आवास के बाहर डेरा डाल दिया।
सहारनपुर में भी सपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि डीएम के काफिले के साथ एक प्राइवेट गाड़ी भी थी। कार्यकर्ताओं ने उस गाड़ी के पीछे दौड़ लगाई और उसे रोककर चेकिंग की। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्राइवेट गाड़ी बिना परमिशन के मतगणना स्थल पर क्यों गई।
राज्य के वाराणसी, लखनऊ, बरेली, जालौन, गोरखपुर, उन्नाव, प्रयागराज, अलीगढ, सोनभद्र और मुरादाबाद समेत करीब 15 जिलों में सपा विधायक, प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने ईवीएम रखने के स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए घेराबंदी की है। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों पर सत्ता पक्ष का फेवर करने का आरोप भी लगाए गए। बरेली में सपा नेताओं ने मतगणना स्थल पहुंचकर कीर्तन किया। अलीगढ़ में डीएम आवास का घेराव हुआ। गोंडा में सपा नेताओं की पुलिसकर्मियों से नोकझोंक हुई।
इसबीच, अमेरिका के मिशिगन यूनिवर्सिटी के एक शोधकर्ता ने दावा किया कि ईवीएम के नतीजों को बदला जा सकता है। शोधकर्ता का मानना है कि रिसीवर सर्किट और एक एंटीना को मशीन से जोड़ के नतीजों को प्रभावित किया जा सकता है।


