राजस्थान में ऊर्जा विभाग ने पर्यटन एवं हॉस्पिटेलिटी क्षेत्र को वाणिज्यिक श्रेणी के स्थान पर औद्योगिक दर पर बिजली उपलब्ध कराने के आदेश जारी किए हैं। इससे प्रदेश में इस सेक्टर से जुड़े लाखों उद्यमियों को बड़ी राहत मिलेगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पर्यटन एवं हॉस्पिटेलिटी क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए इस वर्ष बजट में इस क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने की घोषणा की थी। घोषणा की अनुपालना में पर्यटन एवं हॉस्पिटेलिटी सेक्टर को औद्योगिक दर पर बिजली उपलब्ध कराने के आदेश जारी कर दिए गए।
पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने की वर्ष 1989 से लेकर अब तक कई बार घोषणा हुई, लेकिन इसका समुचित रूप से क्रियान्वयन नहीं हो सका था। पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान का विश्व में महत्वपूर्ण स्थान है और यहां पर्यटन गतिविधियों के विस्तार की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। साथ ही, इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के बड़े अवसर सृजित हो सकते हैं। गहलोत ने इन संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष बजट में पर्यटन एवं हॉस्पिटेलिटी क्षेत्र को उद्योग का दर्जा दे दिया। इसके बाद औद्योगिक दर पर बिजली उपलब्ध कराने की महत्वपूर्ण पहल की गई।

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