दौसा जिले के लालसोट कस्बे में डिलीवरी के दौरान महिला की मौत के बाद निजी हॉस्पिटल की डॉक्टर ने सुसाइड कर लिया। महिला की मौत पर परिजन हंगामा कर रहे थे। डॉक्टर के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज कराया था। इससे डॉक्टर डिप्रेशन में आ गई औऱ मंगलवार सुबह 11 बजे उसने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।
डॉ. अर्चना शर्मा (42) और उनके पति डॉ. सुनीत उपाध्याय (45) का लालसोट में ही आनंद हॉस्पिटल है। खेमावास निवासी लालूराम बैरवा अपनी पत्नी आशा देवी (22) को डिलीवरी के लिए सोमवार सुबह हॉस्पिटल लेकर आया था। दोपहर में डिलीवरी के दौरान आशा की मौत हो गई। नवजात सकुशल है। घरवालों ने मुआवजे की मांग को लेकर देर रात ढाई बजे तक हॉस्पिटल के बाहर प्रदर्शन किया। गुस्साए घरवालों ने लालसोट थाने में रिपोर्ट भीवदर्ज करवा दी। डॉ. अर्चना शर्मा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। इससे डाक्टर डिप्रेशन में आ गई।
डॉ. अर्चना शर्मा गाइनी थीं और पति डॉ. सुनीत उपाध्याय न्यूरो साइक्रेट्रिस्ट है। 8 साल से डॉक्टर दंपती हॉस्पिटल चला रहे हैं। हॉस्पिटल के डॉक्टर्स का कहना था कि ज्यादा ब्लड बहने से आशा की मौत हो गई। परिजन हत्या का आरोप लगा रहे थे। महिला डॉक्टर की परिजन वंदना शर्मा ने बताया कि वह सुबह करीब 11 बजे तीसरी मंजिल पर स्थित डॉक्टर डॉ. अर्चना शर्मा के पास गई तो कमरे का दरवाजा बंद था। गेट खटखटाया व आवाज लगाई, लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। अर्चना के पति को बताया। वे कमरे तक पहुंचे और गेट खोलने का प्रयास किया। दरवाजा नहीं खुला तो धक्का मारकर उसे खोला गया। कमरे में डॉक्टर अर्चना फंदे पर लटकी मिलीं।
लालसोट थाना प्रभारी अंकेश चौधरी ने बताया कि डॉ. अर्चना शर्मा के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उनके कमरे की तलाशी ली जाएगी। घरवालों की ओर से अभी पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया है। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। मौत के कारणों की जांच की जा रही है।
