सरकार ने पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) और सुकन्या समृद्धि योजना योजनाओं समेत विभिन्न छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। छोटी बचत योजनाओं- सुकन्या समृद्धि योजना 7.6 फीसदी, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना 7.4 फीसदी और पीपीएफ 7.1 फीसदी की दर से ब्याज प्रदान करती है। वहीं, स्टेट बैंक की 5 से 10 साल के फिक्स्ड डिपॉजिट पर 5.50 फीसदी ब्याज दर मिलेगी। छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों की तिमाही आधार पर समीक्षा की जाती है।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही (1 अप्रैल 2022 से शुरू होकर 30 जून, 2022 को समाप्त होने वाली) के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर अपरिवर्तित रहेगी। 2021-22 की चौथी तिमाही, जो 31 मार्च को समाप्त हो रही है, वाली दरें ही अगली तिमाही में भी मिलती रहेंगी। इससे पहले ईपीएफओ ने इस महीने की शुरुआत में 2021-22 के लिए ब्याज दर को 4 दशकों के सबसे निचले स्तर 8.1 फीसदी पर लाने का फैसला किया था। यह दर 2020-21 के लिए 8.5 फीसदी थी।
एक अप्रैल 2022 से डाकघर वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, मासिक आय योजना और सावधि जमा खातों पर नकद में ब्याज देना बंद कर देंगे। ब्याज केवल खाताधारक के डाकघर बचत खाते या बैंक खाते में ही जमा किया जाएगा। यदि खाताधारक अपने बचत खाते को वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, मासिक आय योजना और सावधि जमा खातों के साथ जोड़ने में सक्षम नहीं हो पाता, तो बकाया ब्याज का भुगतान केवल डाकघर बचत खाते में जमा या चेक द्वारा किया जाएगा। डाक विभाग ने वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, मासिक आय योजना और सावधि जमा खाताधारकों से ब्याज भुगतान के लिए अपने बचत खाते (या तो डाकघर बचत खाता या बैंक खाता) को जोड़ने का आग्रह किया है।
