जैसलमेर जिले में चलती ओवरलोड बस में करंट दौड़ने से दो सगे भाइयों सहित 3 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। जान बचाने के लिए कई लोग बस से कूद गए। हादसे में 8 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। सड़क पर बिजली के लटकते तारों की चपेट में आने से हादसा हुआ। काफी संख्या में श्रद्धालु छत पर भी बैठे थे। हादसा जिले के पोलजी की डेयरी गांव के पास मंगलवार सुबह 10 बजे हुआ।
खींया और खुईयाला गांव के लोगों ने एक निजी बस किराए पर ली थी। वे संत सदाराम के मेले में दर्शन करने जा रहे थे। कुछ लोग बस की छत पर बैठे थे। दर्शन कर वापस लौटते समय बस की छत पर बैठे लोग सड़क पर लटके तारों के संपर्क में आ गए और करंट लगने से झुलस गए। कुछ लोग बस से कूदने पर घायल हो गए।
हादसे में दो भाइयों राणाराम (60), नारायणा राम (55) पुत्र किरता राम खींया और पदमाराम करणा (42) की मौके पर ही मौत हो गई। प्रभु राम (30) निवासी नग्गा गंभीर घायल हो गया, उसे जोधपुर रेफर किया गया। चिल्लाने की आवाज पर आस-पास के लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। एसपी भंवर सिंह ने बताया कि घायलों को जवाहिर हॉस्पिटल लाया गया, जहां उनका उपचार जारी है। एक की गम्भीर हालत को देखते हुए जोधपुर रेफर किया गया है।
जिला परिवहन अधिकारी टीकूराम ने बताया कि बस 56 सीटर थी और उसके कागजात पूरे हैं। बस में क्षमता से ज्यादा कितने यात्री कितने थे, इसकी जांच की जा रही है। 8 घायल और झुलसे लोग बस की छत पर बैठे थे। बस में 60 से 70 के करीब सवारी बताई जा रही है। कलेक्टर प्रतिभा सिंह ने बताया कि हादसे की जांच करवा रहे हैं। दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। हादसे में मरने वालों के घरवालों ने 50 – 50 लाख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने की मांग की। मृतक परिवार में अकेले कमाने वाले थे।
