उत्तर प्रदेश के सीतापुर में बड़ी संगत के महंत बजरंग मुनि दास ने विवादित बयान दिया है। उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इसमें महंत भीड़ के सामने एक समुदाय की महिलाओं और बेटियों को घर से उठाकर खुलेआम रेप करने की धमकी दे रहा है।
शुक्रवार को महंत बजरंग मुनि का एक और वीडियो चर्चा में आ गया। इसमें महंत ने दावा किया कि कुछ लोग उसकी हत्या करने की साजिश रच रहे हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग ने यूपी डीजीपी से 7 दिन में इस मामले की रिपोर्ट मांगी है। बताया जा रहा है कि बीते 2 अप्रैल को महंत बजरंग मुनि दास खैराबाद क्षेत्र के शीशे वाली मस्जिद के सामने आया था। यहां नव संवत्सर के मौके पर जुलूस निकाला गया था। इस दौरान महंत ने विशेष संप्रदाय की महिलाओं को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वीडियो में महंत ने कहा कि अगर कोई हिंदू लड़की छेड़ी तो… तुम्हारी बहू, बेटियों को खुलेआम उठाकर लाऊंगा। महंत यहीं नहीं रुका। उसने कहा, मेरी हत्या के लिए … 28 लाख रुपए इकट्ठा किया गया है। वहां के लोग भी सुन लो अब न … रहेगा और न तुम लोग रहोगे।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। इस मामले में एएसपी उत्तरी राजीव दीक्षित ने बताया कि बजरंग मुनि के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मामले को गंभीर बताते हुए यूपी के डीजीपी को सात दिन में कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
शुक्रवार को महंत बजरंग मुनि का ट्विवटर पर एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें उसने कहा कि मेरा वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाला हिंदू विरोधी है। महंत ने बताया कि पूर्व में दो महंतों की हत्या हो चुकी है। तीसरा महंत मैं हूं, जिस पर 9 बार हमला किया गया। मुझे चाकुओं से गोदा गया है। डेढ साल हो गया है, मैं दोनों पैरों से चल नहीं पा रहा हूं। 10 दिन पहले भी मेरे ऊपर हमला करने की कोशिश की गई। महंत ने दावा किया कि हमलावर ने कहा था कि मेरी हत्या के लिए 28 लाख रुपए इकट्ठा किए गए हैं।
सीतापुर में बड़ी संगत आश्रम का महंत बाबा बजरंग मुनि दास मूलतः प्रतापगढ़ के भोपिया इलाके का निवासी है। करीब 4 साल से यहां आश्रम पर रहकर देखभाल करता है। बताया जा रहा है कि बजरंग मुनि का असली नाम अनुपम मिश्रा है। वह प्रतापगढ़ जिले के औवार गांव का रहने वाला है।
बताया जाता है कि मई 2019 में वह उदासीन अखाड़ा नासिक से निकाला गया था। एसओ खैराबाद अरविंद सिंह का कहना है कि बाबा और संगत की सुरक्षा के लिए और डेढ़ सेक्शन पीएसी बल तैनात रहता है। आधा दर्जन गनर बाबा की सुरक्षा में लगे हैं, जो शिफ्ट के हिसाब से सुरक्षा देते हैं। पुलिस के अनुसार बाबा के खिलाफ धारा 298 के तहत केस दर्ज किया गया है। इस धारा के तहत सार्वजनिक स्थलों पर आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल करना आता है।
16 फरवरी 2021 को आश्रम के निकट पड़ी जमीन पर कब्जा करने को लेकर महंत बजरंग मुनि दास और विशेष समुदाय के लोगों के बीच कहासुनी हुई थी। इस दौरान बाबा और उनके समर्थकों का विशेष संप्रदाय के लोगों से खूनी संघर्ष हो गया था। दोनों पक्षों के लोग घायल हुए थे। बाबा को भी गंभीर चोटें आई थीं। उन्हें इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर लखनऊ में भर्ती कराया गया था। घटना में लोगों पर कार्रवाई न होने के चलते बाबा ने सीतापुर के सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह पर भी खुद की हत्या करवाने का आरोप लगाया था। बाबा इलाके में तनाव बिगाड़ने और चर्चा में रहने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाता रहता है।
