चैत्र शुक्ल नवमी तिथि पर भगवान श्री राम जन्मोत्सव का आयोजन अयोध्या नगरी में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। पहली बार इस उत्सव का आयोजन श्री रामलला के जन्मस्थान किया गया। दोपहर 12 बजे राम जन्मभूमि व कनक महल सहित अयोध्या के मंदिरों में प्रतीकात्मक रूप में भगवान श्री रामलला के जन्म बाद भव्य आरती का आयोजन किया गया। इस उत्सव में शामिल होने लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे।
श्री राम जन्मोत्सव के मौके पर अयोध्या के सरयू तट पर आस्था ,श्रद्धा और भक्ति का सैलाब उमड़ा। देश भर से आये लाखों श्रद्धालु स्नान और धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण कर सभी प्रमुख मंदिरों में राम जन्मोत्सव के पारम्परिक आयोजनों में शामिल होने पहुंचे। अयोध्या के प्रमुख मंदिर कनक भवन सहित 8000 मंदिरों में उत्सव का आयोजन गृहस्थ परम्परा के अनुरूप विधि-विधान से परंपरागत मनाया गया।
रामनवमी मेला को लेकर प्रशासन द्वारा अयोध्या की चौकसी बढ़ा दी गई। सुरक्षा व्यवस्था के लिए जल पुलिस, आरएएफ, पीएससी जवानों के साथ इस बार एटीएस और सीमा सुरक्षा बल के भी जवान तैनात किए गए। पूरे अयोध्या को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा गया।
