
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के झंवर थाना इलाके के डोली गांव में हदृयविदारक बड़ा हादसा सामने आया है। यहां एक मकान में खाना बनाते समय गैस सिलेंडर लीके हो जाने से आग लग गई। हादसे में दंपति और उनके दो मासूम बच्चे झुलसकर गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में मंगलवार देर रात महात्मा गांधी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। हैरत की बात यह है कि इतना बड़ा हादसा होने जाने बाद भी ग्रामीण उन्हें पहले अस्पताल लाने की बजाय धार्मिक स्थल पर फेरी लगाने के लिये ले गये। उसके बाद अस्पताल ले जाया गया।
झंवर थाना पुलिस के अनुसार हादसा डोली गांव में बाबूलाल के घर पर हुआ। बाबूलाल की 30 वर्षीय पत्नी भंवरी देवी मंगलवार रात आठ बजे घर में गैस पर खाना बना रही थी। इस दौरान गैस सिलेंडर के पाइप से गैस लीक होने लगी और उससे आग लग गई। देखते ही देखते भंवरी देवी आग की चपेट में आ गई और झुलसने लगी। मां को आग की लपटों में घिरा देखकर उसका 8 वर्षीय पुत्र भावेश और 5 वर्षीय पुत्री तनिशा घबरा गए। दोनों बच्चों को जब मां को बचाने का कोई उपाय नहीं सूझा तो वे भागकर उससे लिपट गए।इससे तीनों आग की चपेट में आ गये। तीनों के चिल्लाने पर भंवरी देवी का पति बाबूलाल भागकर अंदर आया। अपने परिवार को आग में जलता देखकर उसके हाथ-पांव फूल गये, लेकिन उसने आग बुझाने का प्रयाय किया। इस प्रयास में वह भी आग में झुलस गया। उनके चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पानी डालकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक चारों बुरी तरह से झुलस चुके थे।
इस घटना के बाद चारों घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाने की बजाय नजदीक स्थित धार्मिक स्थान फेरी देने ले जाया गया। धार्मिक स्थल पर पहुंचने के बाद इन्हें गंभीर हालत में मंगलवार रात दस बजे एमजीएच लाया गया। वहां बर्न यूनिट में इनका इलाज जारी है। चिकित्सकों के अनुसार फिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर है।