
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि विदेश यात्रा करने वाले सभी भारतीय नागरिक और छात्र अब आवश्यकतानुसार बूस्टर शॉट लेने के पात्र हैं।उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, भारतीय नागरिक और विदेश यात्रा करने वाले छात्र अब गंतव्य देश के दिशानिर्देशों के अनुसार एहतियाती खुराक ले सकते हैं। 18 वर्ष से अधिक उम्र के वे सभी लोग जिन्होंने दूसरी खुराक के नौ महीने पूरे कर लिए हैं, एहतियाती खुराक लेने के लिए पात्र हैं।इससे पहले एक सलाहकार समिति ने सिफारिश की थी कि जिन लोगों को विदेश यात्रा करने की आवश्यकता है, वे नौ महीने के अनिवार्य अंतराल से पहले जिस देश की यात्रा कर रहे हैं, उसके नियमों के अनुसार कोविड टीके की एहतियाती खुराक ले सकते हैं।
इस मुद्दे पर पहले भी चर्चा हुई है। एनटीएजीआई ने सिफारिश की थी कि जिन लोगों को विदेश यात्रा करने की जरूरत है, वे निर्धारित नौ महीने की प्रतीक्षा अवधि से पहले एहतियाती खुराक ले सकते हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसारदेश में काफी कम लोगों ने कोरोना वैक्सीन के तीसरे डोज को लेकर इच्छा जताई है, जबकि सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी नागरिकों को बूस्टर डोज लगाने की अनुमति दे दी है। देश में 18 वर्ष से अधिक आयु वाले नागरिकों को 10 अप्रैल से बूस्टर डोज लगाने की अनुमति दे दी गई है। इसके लिए कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक और तीसरे डोज के बीच 9 महीने का अंतर होना चाहिए।