
इस साल महंगाई से पीछा छूटने की संभावना नजर नहीं आती है। कल आए अप्रैल महीने की महंगाई के आंकड़ों ने बीते 8 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आम आदमी पर सबसे ज्यादा आफत खाने पीने के सामानों की कीमतों ने दी है, वहीं कपड़े-लत्ते से लेकर जूतों तक के दाम तेजी से बढ़े हैं।
सरकार की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि देश के किस राज्य में महंगाई की मार सबसे ज्यादा है। कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जहां राष्ट्रीय औसत से महंगाई की दर काफी कम है। जारी आंकड़ों के अनुसार देश में महंगाई दर 7.79 प्रतिशत है। आंकड़ों पर गौर करें तो पश्चिम बंगाल, एमपी और यूपी जैसे राज्यों में महंगाई की दर राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है। वहीं उत्तराखंड, हिमाचल और दिल्ली में लोगों पर महंगाई की मार दूसरे राज्यों से थोड़ी कम पड़ी है।
कई राज्य ऐसे हैं जहां राष्ट्रीय औसत महंगाई दर 7.79 फीसदी से अधिक है। इनमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश महंगाई इस औसत से ज्यादा है। यूपी में महंगाई 8.46, हरियाणा में 8.95, झारखंड में 7.80, मध्य प्रदेश में 9.10, महाराष्ट्र में 8.78, गुजरात में 8.20 और राजस्थान में 8.12 फीसदी महंगाई दर है। वहीं, दिल्ली में महंगाई दर केवल 6.58 फीसद है तो बिहार में 7.56 फीसद और उत्तराखंड में 6.77 फीसदी है।
महंगाई पर लगाम लगाने के लिए आरबीआई ने हाल ही में रेपो रेट बढ़ाया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस महीने के शुरुआत में अचानक रेपो रेट में बढ़ोतरी की घोषणा कर दी। अब इस पसीने छुड़ाती महंगाई दर को देखते हुए माना जा रहा है कि आगे फिर ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो सकती है।