
ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने बड़ी घोषणा की है। बोर्ड की वर्चुअल मीटिंग में तय हुआ है कि ज्ञानवापी मस्जिद केस को बोर्ड टेक ओवर करेगा। इसके लिए एक लीगल कमेटी बनेगी। इसी कमेटी के जरिये बोर्ड कानूनी तौर पर केस को टेक ओवर करेगा और उसकी पैरवी करेगा। साथ ही मुस्लिम पक्ष राष्ट्रपति से मुलाकात भी करेगा। इसके अलावा यह भी तय हुआ है कि मथुरा और अन्य महत्वपूर्ण मस्जिदों के मामलों में भी पर्सनल लॉ बोर्ड पैरवी करेगा। ऐतिहासिक मस्जिदों में जुमे की नमाज के दौरान लोगों को जागरूक किया जाएगा। कमेटी का गठन दो से तीन दिन में हो जाएगा। बैठक में असदुद्दीन ओवैसी, राबे हसनी नदवी समेत तमाम सदस्य मौजूद रहे।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की इस बैठक में शामिल हुए सदस्यों ने ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चिंता जताई। मस्जिद को लेकर पैदा हुए हालात और मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह तय किया गया कि मुस्लिम पक्ष की ज्ञानवापी केस लड़ने में हर तरह की मदद की जाएगी।ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ज्ञानवापी सर्वे को लेकर नाराजगी जताई। एआईएमपीएलबी के महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा कि ज्ञानवापी, मस्जिद है और रहेगी। उसको मंदिर बनाने का कुप्रयास सांप्रदायिक घृणा करने की साजिश से ज्यादा और कुछ नहीं। उन्होंने दावा किया है कि यह एतिहासिक तथ्यों और कानून के खिलाफ है।